नयी दिल्ली : भूख की मार झेल रहे लोगों की संख्या भारत में 9.5 प्रतिशत घट कर 19.07 करोड़ पर आ गयी, जो दो दशक पहले 21.08 करोड़ थी. वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान में ऐसे लोगों की संख्या इस अवधि में 38 प्रतिशत तक बढ़ गयी है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. हालांकि दक्षिण एशिया में सबसे अधिक भूखे लोगों के मामले में भारत (19.07 करोड)...
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‘हिंदी प्रदेश’ की पहचान के मायने- शैबाल गुप्ता
शैबाल गुप्ता जाने-माने अर्थशास्त्री और एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) के सदस्य सचिव हैं. पिछले दिनों इलाहाबाद स्थित गोविंद बल्लभ पंत सोशल साइंस इंस्टीट्यूट ने उन्हें 29वें ‘गोविंद बल्लभ पंत मेमोरियल लेक्चर' में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया था. इस अवसर पर बोलने के लिए उन्होंने जो विषय चुना, उसका शीर्षक था- ‘आइडिया ऑफ द हिंदी हार्टलैंड'. हिंदी में इसे ‘हिंदी प्रदेश की धारणा' कहा जा सकता है. इस...
More »पहले 24 घंटे में दम तोड़ देते हैं दस लाख नवजात
संयुक्त राष्ट्र। हर साल 10 लाख नवजात बच्चे जन्म लेने के 24 घंटे में दम तोड़ देते हैं। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दी गई। जानकारी के मुताबिक, बच्चे जिन बीमारियों के चलते दम तोड़ते हैं, उनमें से ज्यादातर का इलाज संभव है। शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 को संयुक्त राष्ट्र बच्चों के अस्तित्व को बचाने के वायदे के तौर पर मना रहा है। यूनिसेफ की...
More »अबूझमाड़ की प्रसव पद्घति के सामने 'बौनी' मॉडर्न गाएनेकोलॅाजी
मो. इमरान खान, नारायणपुर। विशिष्ट आदिम संस्कृति वाले अबुझमाड़ की प्रसव पद्घति के आगे आधुनिक प्रसुति विज्ञान बौना नजर आता है क्योंकि इस पद्घति की राह पर विकसित देश निकल पड़े हैं। माड़ में महिला बैठकर बच्चे को जन्म देती है और इस देशी रीति को अब वैज्ञानिक बताया जा रहा है। यहां एक लकड़ी पर बैठकर महिला का प्रसव होता है जबकि इसके लिए अमेरिका में डेढ़ करोड़ रूपए...
More »आधी सजा भुगती, अब पूरा इंसाफ - जगदीप धनकड़
गत सप्ताह सर्वोच्च अदालत ने उन विचाराधीन कैदियों की रिहाई के आदेश दिए, जो उन पर लगाए गए आरोपों के लिए निर्धारित सजा की आधी अवधि पहले ही काट चुके हैं। इस निर्णय के बाद अब लगभग दो लाख कैदी जेल से मुक्त हो सकेंगे। इनमें से अधिकतर गरीब, अशिक्षित या अर्द्धशिक्षित हैं और ये बहुत मामूली अपराधों के चलते जेल की सजा काटने को मजबूर हो रहे हैं। उन्हें...
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