होशंगाबाद (मध्यप्रदेश)। प्राकृतिक आपदा के दौरान कई बार लोगों को समझ में नहीं आता कि इससे कैसे निपटा जाए। आपदा आने के बाद राहत और बचाव कार्य में भी जागरुकता और जानकारी की कमी के कारण कई प्रकार की दिक्कतें आती हैं। लोगों को आपदा की जानकारी देने, उन्हें जागरूक करने और बच्चों को मनोरंजन के साथ ही बचाव के प्रति सचेत करने के मकसद से होशंगाबाद होमगार्ड कार्यालय परिसर में...
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दिल्ली की फैक्टरियों में आठ हजार बाल श्रमिक
नई दिल्ली। दिल्ली की कपड़ा फैक्टरियों में आठ हजार बाल श्रमिक काम कर रहे हैं। एक गैर सरकारी संगठन 'सेव द चिल्ड्रन' की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट 'द हिडन वर्कफोर्स' शीर्षक से शुक्रवार को दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार ने जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि कपड़ा कारखानों में आठ हजार बाल श्रमिक हैं जिनमें से 70 प्रतिशत लड़कियां हो सकती...
More »आजादी के 67 साल बाद भी छत्तीसगढ़ के जामकुटनी में अंधेरा
राजेश हालदार, पखांजूर (छग)। जिला मुख्यालय से 170 किमी व कोयलीबेड़ा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलगाल से 7 किमी दूर ग्राम जामकुटनी में आजादी के 67 वर्षों बाद भी बिजली नहीं पहुंची है। रोशनी के रूप में यहां के ग्रामीणों ने सिर्फ सूरज की ही रोशनी देखी है। बिजली नहीं होने के कारण यहां के रहवासी विकास से कोसों दूर हैं। आधुनिक सुविधाएं यहां हैं ही नहीं। बिना बिजली यहां की...
More »कुछ राज्य अंडा देने से क्यों मुकर रहे हैं? -- ज्यां द्रेज़
पिछले कुछ सालों से भारत के कई राज्यों ने स्कूलों या आंगनबाड़ी केंद्रों या फिर दोनों जगहों पर मिड डे मील में अंडा परोसना शुरू किया है. यह क़दम सामाजिक नीति के क्षेत्र में हुए बेहतरीन चीज़ों में एक है. भारतीय बच्चे दुनिया के सर्वाधिक कुपोषित बच्चों में शुमार हैं. उन्हें प्रोटीन, विटामिन, आयरन तथा अन्य ज़रूरी पोषक-तत्वों से भरपूर भोजन नहीं मिल पाता. रोज़ाना अंडा खाने से उन्हें पलने-बढ़ने और सोचने-समझने...
More »एक इम्तिहान है मैगी का मामला - जगमोहन सिंह राजपूत
दो मिनट में बनकर तैयार हो जाने वाली मैगी ने सारे भारत को हिला दिया है। इसे यूं भी कहा जा सकता है कि इस बार तो स्वाद पूरी तरह बेमजा हो गया। नेस्ले के नूडल्स घर-घर ही नहीं, अब तो गांवों तक अपनी पहुंच बना चुके थे। वे लोग जो चाहते हैं कि सारी दुनिया में एक भाषा, एक पहनावा, एक खाना ही चले, मैगी जैसे प्रचलन को अपनी...
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