1.39 करोड़ क्विंटल प्रमाणित बीजों की खपत होने का अनुमान समस्या यहां मक्का, उड़द व जूट के बीजों की हो सकती है किल्लत उत्तर प्रदेश व कर्नाटक के किसानों को हो सकती है परेशानी उड़द के बीजों की उपलब्धता 2,46,598 क्विंटल जबकि 2,55,623 क्विंटल मांग निकलने के आसार चालू खरीफ सीजन में बीजों की कुल उपलब्धता मांग के मुकाबले करीब 10 फीसदी ज्यादा है इसलिए किसानों को प्रमाणित बीजों की खरीद के लिए ज्यादा मशक्कत...
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क्यों बढ़ रहा है जल-संकट? -- बाबा मायाराम
पिछले कुछ सालों में मध्यप्रदेष समेत देष भर में पानी का संकट बढ़ा है। यह समस्या प्रकृति से ज्यादा मानव-निर्मित है। वर्षा की कमी के साथ, वनों की अवैध कटाई, पुराने तालाबों पर अतिक्रमण, गाद भरने से सरोवरों की भंडारण क्षमता में कमी, पानी की फिजूलखर्ची, नदी, जलाषयों का पानी औद्योगिक इकाईयों को देने व षहरों के प्रदूषित पानी को नदियों के प्रदूषण और भूजल को बेतहाषा दोहन से समस्या...
More »खाद्य मुद्रास्फ़ीति बढकर 9.13 फ़ीसद
नई दिल्ली : खाद्य मुद्रास्फ़ीति 17 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ 9.13 फ़ीसद पर पहुंच गई. इससे पिछले सप्ताह 8.84 फ़ीसद पर थी. आलू, दाल और पोल्ट्री उत्पादों की कीमत के दबाव के कारण खाद्य मुद्रास्फ़ीति में तेजी आयी है. वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने खाद्य वस्तुओं के दामों में तेजी को गंभीर चिंता का विषय बताया. सरकार द्वारा जारी थोकमूल्य सूचकांक आंकडे के मुताबिक...
More »बिहार में सूखे की आशंका, बारिश के लिए अनोखी रस्में
पटना। बिहार के 18 जिलों के किसानों को एक बार फिर सूखे की चिंता सताने लगी है। बारिश की कमी के कारण किसान जहां उमड़ते-घुमड़ते बादलों की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं तो वहीं महिलाएं अनोखी रस्में निभाकर इंद्र भगवान को खुश करने के लिए रात में हल चला रही हैं। इस बीच सरकार भी सूखे से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों में जुट गई है। इस वर्ष मानसून आने के बाद...
More »बिना परीक्षण बांट दिया उड़द का घटिया बीज
जयपुर. राज्य बीज निगम ने बिना फील्ड परीक्षण के ही किसानों को उड़द की नई किस्म का बीज बांट दिया। सामान्य प्रक्रिया के अनुसार किसानों को वही किस्म दी जानी चाहिए जिसकी पैकेज ऑफ प्रैक्टिस में सिफारिश की गई हो। राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक (अनुसंधान) डॉ. ओ.पी. गिल का कहना है कि पैकेज ऑफ प्रैक्टिस में उन्हीं किस्मों को शामिल किया जाता है जिनका कम से कम दो साल तक फील्ड...
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