जनसत्ता 2 अक्टुबर, 2012: महात्मा गांधी ने दुनिया को कोई नया वाद या सिद्धांत देने का दावा नहीं किया। उन्होंने तो अपने आचरण से वह मार्ग दिखाया जिस पर चल कर समस्त प्राणियों की हित-साधना की जा सकती है। इसीलिए उन्होंने कहा कि ‘मेरा जीवन ही संदेश है।’ तब प्रश्न यह आता है कि इस संदेश या मार्ग को किन शब्दों के सहारे समझा जाए? जहां तक मैंने समझा है,...
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एक आंदोलन का पुनरुद्धार!- शिरीष खरे(तहलका, हिन्दी)
क्या जल सत्याग्रह की सफलता पिछले 26 साल से चल रहे नर्मदा बचाओ आंदोलन में नई जान फूंक पाएगी? शिरीष खरे की रिपोर्ट. पिछले दिनों जल सत्याग्रह के चलते मध्य प्रदेश के खंडवा जिले का घोघलगांव सुर्खियों में आया और उसी के साथ नर्मदा बचाओ आंदोलन भी. नर्मदा घाटी में जल सत्याग्रह का तरीका नया नहीं है. 1991 में मणिबेली (महाराष्ट्र) का सत्याग्रह जल समाधि की घोषणा के साथ ही चर्चा में...
More »सरकार ने हटाया कपास निर्यात से प्रतिबंध
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को कपास निर्यात से प्रतिबंध हटा लिया है। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में इसकी घोषणा की गई है। इस विषय के दूसरे पहलुओं पर विचार करने के लिए आने वाले दिनों में मंत्रीमंडल की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें इस विषय की समीक्षा की जाएगी। सरकार ने इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू करने की बात कहीं है। संप्रग...
More »कपास निर्यात पर रोक की होगी समीक्षा: पीएम
नई दिल्ली/मुंबई. प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने कहा है कि कपास के निर्यात पर लगे प्रतिबंध की समीक्षा की जाएगी। सरकार द्वारा कपास के निर्यात पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने के दो दिन बाद ही प्रधानमंत्री ने यह आश्वासन महाराष्ट्र व गुजरात कांग्रेस के प्रभारी मोहन प्रकाश के नेतृत्व में उनसे मिलने गए एक शिष्टमंडल को दिया। शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सेनिया गांधी से भी मुलाकात की और कपास...
More »विकास की बंद गली- भारत डोगरा
जनसत्ता 2 फरवरी, 2012 : हाल के वैश्विक संकट ने विश्व-स्तर पर लोगों को नए सिरे से आर्थिक नीतियों के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया है। अब आम लोग और विशेषज्ञ दोनों निजीकरण, बाजारीकरण और भूमंडलीकरण पर आधारित मॉडल की प्रासंगिकता पर सवाल उठा रहे हैं। आम लोगों की बेचैनी की अभिव्यक्ति सबसे प्रबल रूप में आक्युपाइ द वॉल स्ट्रीट आंदोलन के रूप में हुई है। दूसरी ओर, इस बार...
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