दिप्रिंट, 22 अगस्त दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के लिए किसानों की आवाजाही शुरू हो गई है. दरअसल, बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर किसान संगठन एसकेएम ने सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किए जाने का आह्वान किया था. इसके बाद सुरक्षा के मद्देनज़र दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है. दिल्ली पुलिस ने राजधानी के पश्चिमोत्तर सीमा पर स्थित सिंघु बॉर्डर और...
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भारत में 0.5 फीसदी से भी कम वाहन हैं इलेक्ट्रिक, प्रदूषण से त्रस्त होने के बावजूद क्यों नहीं अपना रहे लोग
डाउन टू अर्थ, 19 अगस्त इस समय भारत की सड़कों पर 13.3 लाख इलेक्ट्रिक वाहन चल रहे हैं, जोकि देश में कुल वाहनों का केवल 0.48 फीसदी ही हैं। यह जानकारी भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर द्वारा लोकसभा में दिए एक प्रश्न के जवाब में सामने आई है। जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन हैं जिनकी कुल संख्या 337,180 हैं। इसके बाद दिल्ली में...
More »केंद्रीय मंत्री के रोहिंग्याओं को घर देने के दावे के बाद गृह मंत्रालय ने कहा- ऐसा कोई आदेश नहीं
द वायर, 18 अगस्त बुधवार सुबह केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक ट्वीट में कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों को बाहरी दिल्ली के ईडब्ल्यूएस फ्लैट में भेजा जाएगा, साथ ही यूएनएचसीआर कार्ड और पुलिस सुरक्षा दी जाएगी. कुछ ही घंटों बाद गृह मंत्रालय ने इसका खंडन करते हुए कहा कि ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं. केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार...
More »26 साल से जेल में बंद, दिल्ली बम ब्लास्ट का दोषी जो पिछले 9 सालों से कर रहा SC की सुनवाई का इंतजार
दिप्रिंट, 18 अगस्त दिल्ली के लाजपत नगर में बम विस्फोट के 24 दिन बाद 14 जून 1996 को नौशाद को गिरफ्तार किया गया था. इस आतंकी घटना में 13 लोगों की मौत हो गई और 38 अन्य घायल हुए थे. चौदह साल बाद अप्रैल 2010 में एक ट्रायल कोर्ट ने उसे मौत की सजा सुनाई थी. नवंबर 2012 में दिल्ली उच्च न्यायालय ने उसकी मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया....
More »आजादी के 75 साल: खत्म नहीं हो रही भारत में गरीबी
DW हिंदी, 12 अगस्त गरीबी से परेशान होकर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के रहने वाले खुमान अहीरवार 2014 में दिल्ली चले आए थे. दिल्ली आने के बाद उन्होंने पहले तो चौकीदारी का काम किया फिर निर्माण क्षेत्र में मजदूरी करने लगे. कोरोना लॉकडाउन के दौरान वह अन्य श्रमिकों की तरह गांव वापस चले गए और लॉकडाउन खत्म होने के बाद दोबारा दिल्ली लौटे. दिल्ली लौटने के बाद उन्हें काम नहीं मिला,...
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