-आउटलुक, पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2019-20 के पहले सात महीनों में चीनी के उत्पादन में 19.80 फीसदी की कमी आकर कुल 258.01 लाख टन का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस दौरान 321.71 लाख टन का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में अभी तक करीब 35 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हुए हैं, हालांकि पिछले दो महीनों में विश्व बाजार...
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लालमिर्च की निर्यात मांग कमजोर, किसान तीसरी और चौथी तुड़वाई नहीं कर पाए
-आउटलुक, कोरोनावायरस की वजह से दुनिया के अधिकांश देशों में लॉकडाउन होने के कारण देश से लालमिर्च का निर्यात रुक गया है, साथ ही मजदूर नहीं मिलने के कारण किसान फसल की तीसरी और चौथी तुड़वाई भी नहीं कर पाये, जिस कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा। इस समय लालमिर्च के निर्यात सौदे सामान्य के केवल 10 फीसदी ही हो रहे हैं, जिस कारण किसानों को मजबूरन कोल्ड स्टोर में फसल रखनी...
More »कोरोना वायरस : WHO की चेतावनी के बावजूद भारत ने नहीं किया सुरक्षा सामग्री का भंडारण
-मीडियाविजिल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कहने पर 22 मार्च को भारत के 130 करोड़ लोगों ने “जनता कर्फ्यू” में भाग लिया. इस बीच स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मास्क, गाउन और दस्ताने जैसे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट या पीपीई का भंडारण करने में सरकार विफल रही. 18 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील करते हुए मोदी ने लोगों से अपनी-अपनी बालकनी से थाली और ताली बजाकर स्वास्थ्य कर्मचारियों की हौसला अवजाई करने को...
More »तेल अचानक इतना सस्ता क्यों हो गया है?
-सत्याग्रह, बीते करीब एक हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है. 10 मार्च को अचानक ब्रेंट क्रूड ऑयल 30 फीसदी की गिरावट के साथ 31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. बीते जनवरी माह में यह आंकड़ा 66 डॉलर प्रति बैरल के आसपास था. पिछले 29 सालों में तेल के दाम में आई यह सबसे बड़ी गिरावट है. खाड़ी युद्ध के दौरान 1991 में...
More »ग्रामीणों के लिए दोहरी मार साबित होगी कोरोना महामारी
-डाउन टू अर्थ, कोरोनावायरस (कोविड-19) बीमारी की वजह से हमारे समाज की असमानता सामने नहीं आई है। मुक्त बाजार काल में इसे अस्तित्व के खतरे के तौर पर पहले ही स्वीकार किया जा चुका है। कोरोनावायरस की वजह से यह जरूर स्पष्ट हुआ है कि आर्थिक रूप से हाशिए पर खड़े लोगों को स्वास्थ्य आपातकाल का सामना कैसे करना पड़ेगा। उदाहरण के लिए, अगर हम अमेरिका की बात करें तो कई...
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