कभी बाल मजदूरी करने वाला महेन्द्र अब बच्चों के अधिकारों से जुड़ी कई लड़ाईयों का नायक है। महेन्द्र के कामों से जाहिर होता है कि छोटी सी उम्र में मिला एक छोटा सा मौका भी किसी बच्चे की जिंदगी को किस हद तक बदल सकता है। महेन्द्र रजक, इलाहाबाद जिले के गीन्ज गांव से है- जहां की भंयकर गरीबी अक्सर ऐसे बच्चों को पत्थरों की खदानों की तरफ धकेलती है। महेन्द्र...
More »SEARCH RESULT
गेहूं-चावल का भंडार लक्ष्य से दोगुना
नई दिल्ली : देश में गेहूं और चावल का भंडार 1 मार्च को तय लक्ष्य से दोगुने से भी अधिक था। सरकारी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इससे यह संकेत मिल रहा...
More »कामयाबियों का किर्तीमान बना रही नारियां
सीतामढ़ी। मां जानकी की जन्म भूमि अब नारी शक्ति की धरती बन गयी है। चाहे शिक्षा हो या राजनीति, समाज सेवा, लेखन, कला, खेल या जांबाजी। हर क्षेत्र में सीतामढ़ी की महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाया है। कामयाबी का यह सफर सिर्फ जिला, प्रदेश व देश स्तर पर ही नही, बल्कि विदेश में भी कामयाबी का परचम लहरा कर महिला सशक्तिकरण का परिचय दिया है। देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी ने...
More »फूलमती: वह सचमुच ग्राम प्रधान है
आजमगढ़ [जासं]। अन्याय सहना उन्होंने नहीं सीखा। फकत सात साल की थीं जब उन्होंने कदाचार के खिलाफ बिगुल फूंका। कीमत बड़ी चुकानी बड़ी अर्थात पढ़ाई छूट गयी लेकिन हौसले का साथ न छूटा। कदाचार के खिलाफ जंग जारी रही और वर्ष 2005 में कक्षा 2 पास यह महिला बनीं अपने गाव की मुखिया। बात हो रही है फूलमती त्रिपाठी की। वह अजमतगढ़ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कादीपुर रजादेपुर की प्रधान हैं। मायका है...
More »बिहार में अब सवा करोड़ हो गये बीपीएल परिवार
पटना बिहार में बीपीएल परिवारों की संख्या में तकरीबन 15 लाख का इजाफा हुआ है। आज की तारीख में ऐसे एक करोड़ 25 लाख 55 हजार 110 परिवार हैं। पहले यह संख्या एक करोड़ 11 लाख थी। ग्रामीण विकास मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि 15-20 दिन में डीएम व डीडीसी को सूची (सर्वेक्षण) उपलब्ध करा दी जायेगी। फिर इस पर आयी आपत्तियों का निराकरण होगा। वे बुधवार को विधानसभा में निर्दलीय किशोर कुमार...
More »