नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली के कोटला मुबारकपुर इलाके में सड़क पर हिंसा के एक संदिग्ध मामले में पांच लोगों के एक समूह ने 29 साल के एक मणिपुरी युवक को सोमवार तड़के कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने पांच हमलावरों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि राजधानी में पूर्वोत्तर के लोगों पर बढ़ते...
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विक्षिप्त अब भी सड़कों पर, पुनर्वास योजना भी लटकी
रायपुर । राजधानी में अब भी विक्षिप्तों का जीवन सड़कों पर घिसट रहा है। कलेक्टर ने स्वयंसेवी संस्थाओं से चर्चा कर विक्षिप्तों को मेंटल हॉस्पिटल बिलासपुर भेजने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी थी, लेकिन अभी तक किसी भी स्वयंसेवी संस्था को यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है। इलाज के बाद विक्षिप्तों स्वस्थ होने पर पुनर्वास योजना के तहत ट्रांजिट हॉस्टल में उन्हें रखने की योजना थी, लेकिन रायपुर, दुर्ग और...
More »पांच वर्षो में 32,199 गांव पक्की सड़कों से जुड़ेंगे
पटना : बिहार के 32, 199 गांव अगले पांच वर्षो में बारहमासी एकल पक्की सड़कों से जुड़ेंगे. यह घोषणा बुधवार को विधानसभा में ग्रामीण कार्य मंत्री श्रावण कुमार ने विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान की. सदन ने ध्वनिमत से विभाग की 12 अरब, 92 करोड़, 86 लाख और 10 हजार की अनुदान मांगे पारित कर दी. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष सदन से वाकआउट कर...
More »सीएजी ने पकड़ी 10 हजार करोड़ रुपए की गड़बड़ी
पटना. वित्तीय कुप्रबंधन के कारण राज्य सरकार को दस हजार करोड़ रुपए की चपत लगी है। मंगलवार को पेश अपनी रिपोर्ट में कैग (नियंत्रक-महालेखापरीक्षक) ने कई विभागों की गड़बड़ियां उजागर की है। कैग ने सर्वशिक्षा अभियान, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में भारी गड़बड़ी पकड़ी है। कई विभागों में वित्तीय कुप्रबंधन समाने आया है तो कई विभागों में नियम-कानून में हेरफेर कर सरकार को चूना लगाया...
More »प्रवासी श्रमिक : जो लौट के घर ना आए - रमेश नैयर
युद्ध में धंसे इराक से किसी प्रकार दो-एक सौ कामगारों को मुक्त कराके स्वदेश लाया जा सका है। उनके जीवन और मृत्यु के बीच झूलते रहे दिनों के अनुभव व्यथित करते हैं। वे 40 लाख से अधिक उन प्रवासी भारतीयों की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराते हैं, जो मध्यपूर्व के देशों में काम कर रहे हैं। उनका वर्तमान आजीविका के जुगाड़ में खप रहा है। भविष्य असुरक्षा भरे अनिश्चय की...
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