कहने को भारत कृषि प्रधान देश है। पर बात जब कृषि शिक्षा की आती है, तो सूरत अलग नजर आती है। हायर सेकेंडरी स्तर पर कृषि के पाठ्यक्रम में होने के बावजूद इस पर न सरकार का ध्यान है, न ही पढ़ने-पढ़ाने वालों का। स्कूल के बाद पढ़ाई जारी न रखने वाले अधिकांश छात्र खेती-किसानी में लग जाते हैं। लेकिन इसके लिए न तो उन्हें औपचारिक ज्ञान होता है, न...
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गांव में अमन चैन का इंतजार है डेढ़ सौ विस्थापित परिवारों को
नारायणपुर(ब्यूरो)। यहां शांतिनगर में आकर बसे अबूझमाड़ के करीब डेढ़ सौ परिवारों को उनके गांवों में अमन लौटने का इंतजार है। अभी उनके दिल में अपने गांव को एक बार देखने की चाहत तो है लेकिन खौफ के चलते वे यहां आने के बाद एक बार भी वहां नहीं गए। सलवा जुड़ूम शुरू होने के बाद जब फोर्स और माओवादियों में टकराव तेज हुई तो इसके शिकार अबूूझमाड़ समेत जिले...
More »छत्तीसगढ़ के बड़े गांवों में भी अब मिलेंगी शहरी सुविधाएं
भोलाराम सिन्हा, रायपुर। छत्तीसगढ़ के बड़े गांवों में अब शहरों की तरह ही सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने इस इसके लिए खाका तैयार कर लिया है। पहले चरण में तीन हजार से ज्यादा आबादी वाले गांवों में शहरी सुविधाएं मुहैया कराने की योजना है। इन गांवों में पक्की सड़क, अंडरग्राउंड ड्रेनेज, पक्की नाली, लाइब्रेरी, पाइप लाइन के जरिए पेयजल आपूर्ति, भूमिगत विद्युत लाइन...
More »गरीबों का भला ऐसे नहीं होगा- शीतला सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को दी गई चाय पार्टी के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि हमारे हर कार्य की दिशा कमजोर वर्गों के लाभ पर आधारित होगी इसलिए सभी सहयोगियों को भी इस पर अच्छी तरह से सोचना चाहिए कि वे जो कार्यक्रम बनाएं, ध्यान रखें कि उससे गरीबों का कितना हितसाधन होगा। गरीबी मिटाओ का नारा और इसके लिए कार्यक्रम कोई नए नहीं हैं।...
More »पार हो रही लाखों की इमारती लकड़ी और पकड़ रहे दातून
हेमंत कश्यप, जगदलपुर (ब्यूरो)। एक तरफ बस्तर के वनों का तेजी से सफाया हो रहा है। आए दिन लाखों रुपए की इमारती पार हो रही है। इसे रोकने में विफल रहे वन अधिकारी इन दिनों हाट-बाजारों में दातून जब्त करने में लगे हैं। इधर गुस्साए ग्रामीणों का आरोप है कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों के बंगलों और घरों के लिए बेश कीमती सागौेन के फर्नीचर-मूर्तियां तैयार किए जा रहे हैं,...
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