राज्य सरकार की तीन माह में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी। जिलों को आबंटित पदों के अनुसार बनेगी लिस्ट। जयपुर। राज्य सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा में होने वाली 41 हजार थर्ड ग्रेड शिक्षकों की भर्ती की मैरिट जिला स्तर पर बनाने का फैसला किया है। पहले प्रदेशभर की एक ही मेरिट सूची तैयार करने की योजना थी। शिक्षा विभाग की ओर से पंचायतीराज विभाग को सौंपे जाने वाले रोस्टर के...
More »SEARCH RESULT
अपनी त्रासदियों से आजादी के इंतजार में आदिवासी : रामचंद्र गुहा
एक साल पहले तकरीबन इन्हीं दिनों में राहुल गांधी ने ओडिशा में कुछ आदिवासियों से कहा था कि वे दिल्ली में उनकी लड़ाई लड़ेंगे। नियमगिरि के डोंगरिया कोंड आदिवासी बिसार दिए गए और अब राहुल का फोकस यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर नोएडा के जाट किसानों व अन्य समूहों की ओर हो गया है। राहुल गांधी का यह व्यवहार समूचे राजनीतिक वर्ग के चरित्र को प्रदर्शित करता...
More »40 पंचायतों में खाता संचालन पर रोक
भागलपुर : साक्षर भारत योजना के तहत निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए लोक शिक्षा केंद्र के प्रबंधन के लिये अब तक 182 पंचायत में दो-दो प्रेरकों का चयन किया गया है. इसमें 40 पंचायतों से चयन में धांधली की शिकायत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी देवेंद्र कुमार झा के पास पहुंची है. आपत्ति वाले पंचायतों में खाता के संचालन पर रोक लगा दी गयी है. डीपीओ ने बताया कि अगर रोस्टर व योग्यता...
More »शिक्षा के मंदिर, शोक की घंटियां- शुभम उपाध्याय
आईआईटी संस्थानों में बढ़ती आत्महत्याओं की खबरों के बीच इस समस्या के तमाम पहलुओं की पड़ताल करती शुभम उपाध्याय की रिपोर्ट हिंदुस्तान के पहले आईआईटी, आईआईटी खड़गपुर के 1956 में हुए पहले दीक्षांत समारोह में पंडित नेहरू ने कहा था, ‘यह हिंदुस्तान की एक उत्कृष्ट धरोहर है, जो हमारी उम्मीदों का प्रतिनिधित्व करेगी और हिंदुस्तान के भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी.’ मगर न तो आईआईटी संस्थानों की स्थापना में...
More »बीमार व्यवस्था में पिसते गरीब-- सुभाष चंद्र कुशवाहा
आज शिक्षा और स्वास्थ्य के व्यावसायीकरण के चलते गरीबों का जीना दूभर होता जा रहा है। आए दिन महंगी शिक्षा का खर्च वहन न कर पाने के कारण गरीब छात्र व्यावसायिक शिक्षा से वंचित हो रहे हैं और हताशा में खुदकुशी कर रहे हैं। इसी तरह अस्पतालों का खर्च न उठा पाने के चलते गरीब असमय मरने को मजबूर हो रहे हैं। दुखद है कि आम लोगों को शिक्षा और...
More »