किसी गांव की एक महिला बकरी खरीदना चाहती है। वह आर्थिक तौर पर अपने पैरों पर खड़े होना चाहती है। यह जानते हुए कि उसे मदद मिल सकती है, वह इस काम के लिए लघु वित्तीय संस्थान (एमएफआई) में संपर्क करती है। उसे लगभग 7,000 रुपए की जरूरत है। एक स्वयं सहायता समूह के जरिए काम कर रही एमएफआई उसे 24 प्रतिशत की दर पर ब्याज के हिसाब से यह...
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श्योपुर के कचरे से राजस्थान के रेगिस्तान में खेती
हरिआमे गौड, श्योपुर। श्योपुर और आस-पास के गांवों में लोग जिस कचरे को फेंक देते हैं, उससे राजस्थान के किसान रेगिस्तान में खेती कर रहे हैं। तेंदूपत्ता मिले खास किस्म के कचरे को किसान चंबल व बनास नदी के किनारे 200 से 250 बीघा जमीन में रेत के ऊपर बिछाकर कृत्रिम खेत बनाते हैं। इनमें गर्मी के सीजन में खरबूजा, ककड़ी के अलावा कई मौसमी सब्जियों की खेती कर रहे हैं।...
More »खुदरा महंगाई दर घटकर पांच फीसद आई नीचे
नई दिल्ली। आर्थिक सुधारों से जुड़े कई बिल संसद में फंसने और शेयर बाजार की अस्थिरता से परेशान सरकार के लिए अर्थव्यवस्था के अन्य मोर्चों से कुछ राहत भरी खबर है। मोदी सरकार संतोष जाहिर कर सकती है कि उसके कार्यकाल के पहले वर्ष में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर शून्य से बढ़कर 2.8 फीसद हो गई है। यह बाजार और वोटरों की उम्मीदों से भले कम हो, लेकिन राजग...
More »प्रति हेक्टेयर 102 क्विंटल उत्पादन, बनाया रिकार्ड
संजय राठौर, शाजापुर। जिले के खरदौनकलां के एक किसान ने गेहूं का रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन का दावा किया है। किसान ने प्रति हेक्टेयर 102 क्विंटल गेहूं उत्पादित किया। इसकी पुष्टि राजस्व विभाग, कृषि विभाग एवं कृषि वैज्ञानिकों ने भी की है। मालूम हो कि उज्जैन के किसान योगेंद्र कौशिक ने वर्ष 2013 में 95.66 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं उत्पादित कर प्रदेश में रिकॉर्ड बनाया था। खरदौनकलां निवासी कृषक जयनारायण पाटीदार ने...
More »किसानों के लिए ख्याली पुलाव- भरत झुनझुनवाला
असमय बारिश तथा तूफान से संपूर्ण उत्तर भारत में खेती का भारी नुकसान हुआ है और लगभग एक हजार किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं. इन आत्महत्याओं का ठीकरा सिर्फ मौसम पर फोड़ना उचित नहीं होगा, क्योंकि ऐसी घटनाएं होती ही रहती हैं. असल समस्या है कि किसान की सहनशक्ति का हृस हो गया है. किसान का बैंक बैलेंस समाप्त हो गया है. एक फसल खराब हुई, तो वह...
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