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टीडीआर-टीबी की सभी दवाएं बेअसर!

नई दिल्ली. टोटल ड्रग रेजिस्टेंस (टीडीआर) टीबी को दबाने की केंद्र सरकार की कोशिश नाकाम हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुंबई में टीडीआर-टीबी के 12 में से 6 मरीजों पर रोकथाम की सभी दवाएं बेअसर हैं। ये मामले जनवरी में पहली बार सामने आने पर मंत्रालय की जांच टीम ने इन्हें एक्सट्रीम ड्रग रेजिस्टेंस (एक्सडीआर) टीबी का नाम देकर रफा-दफा करने की कोशिश...

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गूगल अर्थ ने किया कमाल, 4000 गरीबों को दिला दी छत

सांगली. पुणे से ढाई सौ किमी दूर सांगली-मिरज में झुग्गियों में रह रहे चार हजार परिवारों ने अपने घर तोड़ लिए हैं। 29 बस्तियों के इन बाशिंदों को नए मकानों में बसाया जा रहा है।   घरों के डिजाइन उनकी रजामंदी से ही बने। न कोई विरोध। न गुस्से का इजहार। ये कमाल हुआ है गूगल अर्थ की बदौलत। झुग्गियों से मुक्ति चाह रहे देशभर के बाकी शहरों के लिए सांगली-मिरज मिसाल...

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सीढ़ियों पर चढ़ तोड़ेंगे टमाटर

जल्द सीढ़ियों में चढ़ कर टमाटर तोड़ेंगे झारखंड के किसान. एक पौधे से औसतन 15 किलो से भी अधिक टमाटर की तुड़ाई होगी. सुनने में यह कुछ अटपटा सा लगता है, पर सच है. पलांडू स्थित आइसीएआर अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने टमाटर की ऐसी प्रजाति विकसित की है, जिसके पौधे की लंबाई 15-20 फीट तक होती है. इसे प्रायोगिक तौर पर गैर सरकारी संस्था केजीवीके रूक्का के पोलिहाउस में लगाया गया....

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कृष्ण और सुदामा के नए रिश्ते- राजकिशोर

अमीरों और गरीबों के बच्चे पहले भी साथ-साथ पढ़ते थे। इसका सबसे मशहूर उदाहरण कृष्ण और सुदामा की जोड़ी है। कृष्ण राजकुल के थे और सुदामा एक गरीब ब्राह्मण की संतान। दोनों के प्रति गुरु तथा गुरुकुल के अन्य संवासियों के व्यवहार में कुछ अलग अलगपन था या नहीं, इसके विवरण आज उपलब्ध नहीं हैं। पर यह जरूर प्रसिद्ध है कि कृष्ण और सुदामा के बीच गजब की दोस्ती थी। किसी अन्य अमीर...

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अब हिंदी या मराठी में नहीं पढ़ पाएंगे नौनिहाल!

नागपुर. कॉन्वेंट व निजी स्कूलों से प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रही मनपा स्कूलों ने भी अब इन्हें टक्कर देने का निर्णय लिया है। आगामी शैक्षणिक सत्र से मनपा पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम आरंभ करने जा रही है।   मराठी व हिंदी माध्यम अब नहीं होंगे। अंग्रेजी माध्यम शुरू होने के बाद पाठ्यक्रम में मातृभाषा (मराठी-हिंदी) का सिर्फ एक विषय रहेगा। शेष सभी विषय अंग्रेजी में होंगे।   प्रतिस्पर्धा के चलते शहर में महानगरपालिका...

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