रायपुर। छत्तीसगढ़ में खरीफ मौसम में छह लाख से अधिक किसानों ने नौ सौ करोड़ रुपये से अधिक का ऋण प्राप्त किया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि छत्ताीसगढ़ के छह लाख से अधिक किसानों ने इस खरीफ मौसम में खेती के लिए नौ सौ करोड़ रुपये से अधिक की ऋण सुविधा का लाभ उठाया है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य की एक हजार 333 प्राथमिक कृषि...
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क्या सोचा क्या पाया
जिन सपनों को लेकर एक दशक पहले उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था उनमें से कितने सपने आंखों से उतरकर जमीन पर चल पाए हैं? नौ नवंबर को उत्तराखंड राज्य दस साल का हो गया. दस साल की उम्र किसी राज्य का भविष्य तय करने के लिए काफी नहीं होती, पर ‘पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं’ वाली कहावत के हिसाब से देखा जाए तो उस भविष्य का अंदाजा लगाने के...
More »छत्तीसगढ़ में बढ़ा मलेरिया का प्रकोप
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते मलेरिया के प्रकोप के बाद राज्य शासन ने सभी जिला अधिकारियों को मलेरिया से निपटने के लिए उचित प्रबंध करने का निर्देश दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि राज्य में मलेरिया के प्रकोप की सूचनाओं के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि सिंह ने राज्य में मलेरिया...
More »अधिग्रहण नीति की आलोचना राजनीति से प्रेरित : विद्रोही
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा है कि इनेलो की कांग्रेस सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति की आलोचना महज राजनीति से प्रेरित है। इनेलो आधे अधूरे तथ्य परोसकर अपना राजनीतिक हित साधने का प्रयास कर रही है। विद्रोही ने कहा कि वास्तविकता यह है कि गुड़गांव निगम क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण मुआवजे के तहत एक एकड़ जमीन पर किसानों को 72 लाख रुपये नकद मिलेंगे। वहीं यदि...
More »खाद-बीज के लिए हाहाकार
रबी सीजन शुरू होते ही हर साल की तरह इस सत्र में भी खाद-बीज के लिए हाहाकार मचने लगा है। खाद-बीज के उपलब्धता के शासन व प्रशासन के दावे बेकार साबित हो रहे हैं। पंचायत चुनाव और उसके बाद दीवाली की छुट्टियों के नाते सभी सहकारी समितियों और कृषि विभाग के गोदामों पर अभी खाद-बीज पहुंचा नहीं। जो पहुंचा वह कब और कहां बंट गया किसी को पता नहीं। हमारे गगहा...
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