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गूंगी हो रही हैं 90 फीसदी बोलियां

न्यूयॉर्क। दुनिया भर में 7,000 बोलियां हैं, जो मौखिक ही हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले 100 वर्षो में इनके विलुप्त होने का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार दुनिया के मूल निवासियों की भाषा पर रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है, ‘दुनिया भर में करीबन 6,000 से 7,000 बोलियां ऐसी हैं, जिनका मौखिक स्वरूप ही है, लिखित नहीं। इनके बोलने वाले मूल निवासी हैं। इनमें से अगर सबके नहीं, तो...

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बाप रे बाप! इतनी महंगाई में 12 बच्चे

कठुआ, वरिष्ठ संवाददाता : देश में बढ़ती आबादी से आने वाले समय में होने वाली समस्याओं को देखते हुए सरकार ने कई उपाय शुरू कर रखे है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण परिवार नियोजन कार्यक्रम है, जो पूरे देश में चलाया जा रहा है। लेकिन समाज में कुछ ऐसे भी लोग है, जिन्हें सरकार के इस कार्यक्रम से कुछ लेना देना नहीं है। वे अभी भी 12-12 बच्चे पैदा कर सरकार के कार्यक्रमों को झटका दे रहे...

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विकसित देश पैसा व तकनीक दें

नयी दिल्ली  प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के मसले पर भारत और कदम उठाने के लिए तैयार है, बशर्ते विकसित देशों की ओर से विकासशील देशों को ओर्थक सहायता और तकनीक दोनों उपलब्ध करायी जाये.        कोपेनहेगन में चल रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना होने से पूर्व जारी एक वक्तव्य में उन्होंने कहा कि वह वहां सकारात्मक चर्चाओं की उम्मीद कर रहे हैं. भारत का...

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जलवायु परिवर्तन का जानलेवा असर बच्चों पर

बच्चे जलवायु-परिवर्तन के जिम्मेदार तो नहीं हैं लेकिन जलवायु परिवर्तन की सबसे गहरी चोट उन्हीं को लगेगी। जलवायु-परिवर्तन से बच्चों की जिन्दगी को सबसे ज्यादा खतरा है।बाल अधिकारों की वैश्विक संस्था सेव द चिल्ड्रेन द्वारा जारी फीलिंग द हीट-चाइल्ड सरवाईवल इन चेजिंग क्लाइमेट नामक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर बच्चों की सेहत को सबसे बड़ा खतरा जलवायु परिवर्तन से है।(देखें नीचे दी गई लिंक)   रिपोर्ट...

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मध्यप्रदेश में दलितों पर अत्याचार

  मध्यप्रदेश के जिले नरसिंहपुर के उपमंडल गदरवारा के दलित समुदाय भुखमरी के कगार पर हैं।तथाकथित ऊंची जातियों द्वारा उनपर सामाजिक और आर्थिक प्रतिबंध लगाकर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। कारण मात्र इतना कि दलित समुदाय के लोगों ने मृत मवेशियों सड़े-गले अवशेष उठाने से उनकार कर दिया है।नागरिक संगठनों के एक तथ्यान्वेषी दल का कहना है कि गदरवारा में कई जगहों पर दलित अपने घरों में कैद हैं क्योंकि उनके निकसार के सारे रास्ते...

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