‘क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में चुनाव कैसे होते हैं? पिता के लिए शराब, मां के लिए कपड़े और बच्चे के लिए भोजन।’ ‘आखिर इस देश में क्या भ्रष्ट नहीं है? भारत का केंद्रीय व्यसन या दोष भ्रष्टाचार है; भ्रष्टाचार की केंद्रीय धुरी है चुनावी भ्रष्टाचार; और चुनावी भ्रष्टाचार की केंद्रीय धुरी हैं कारोबारी घराने।’ उपरोक्त उक्तियां अन्ना हजारे द्वारा कही गई बातों जैसी लगती हैं। हालांकि ये बातें...
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अग्निवेश ने सोनिया को किया आगाह, 4 जून से शुरू होगा बाबा रामदेव का सत्याग्रह
नई दिल्ली. समाजसेवी स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह को अब भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन को नुकसान पहुंचाए जाने संबंधी बयान देने से रोकना चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं करतीं, तो इससे उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को सुनिश्चित करना होगा कि दिग्विजय सिंह उनकी अन्ना को लिखे पत्र में व्यक्त की गई भावना के...
More »हिरना समझ-बूझ वन चरना..- संपादकीय
जिसका शुरू से मुझे डर था, अब वही हो रहा है। लोकपाल के नाम पर उमड़ा अपूर्व जनाक्रोश अब अपूर्व दिग्भ्रम बनता चला जा रहा है। सबसे पहले अन्ना हजारे को ही लें। जब उन्हें अनशन पर बिठाया गया था, तब और अब, जबकि वे लोकपाल विधेयक कमेटी के सबसे महत्वपूर्ण सदस्य हैं, उनकी अपनी कोई सोच दिखाई ही नहीं पड़ती। उन्हें जो भी तत्काल सूझ पड़ता है, उसे वे अखबारों को...
More »अन्ना की मुहिम को झटका: शांति भूषण को बिना लॉट्री के मिला प्लॉट
नई दिल्ली. जन लोकपाल बिल ड्राफ्ट करने के लिए बनी समिति के सह अध्यक्ष शांति भूषण के पाक-साफ होने पर उठ रहे सवाल और गहरा गए हैं। शांति और उनके बेटे जयंत भूषण ने उत्तर प्रदेश सरकार से 7 करोड़ रुपये के दो फार्महाउस बाजार दर से करीब चौथाई कीमत में ही हासिल कर लिए हैं। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने विवेकाधीन कोटे से दोनों पिता-पुत्र के नाम ये फार्महाउस अलॉट...
More »अब स्वामी ने साधा अन्ना पर निशाना
चेन्नई. जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने समाजसेवी अन्ना हजारे को कहा है कि उन्हें नेताओं से निबटने के लिए नेताओं को ही साथ लेना चाहिए था। स्वामी ने कहा कि दुर्भाग्य से उनके आस पास गैर-सरकारी संगठन हैं जो फर्जी और बोगस हैं। स्वामी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि गांधीवादी अन्ना हजारे को अपने आंदोलन में नेताओं को भी भागीदार बनाना चाहिए। उन्होंने प्रभावशाली लोकपाल विधेयक के लिये शुरू किये गये...
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