नेरचौक। मिड-डे-मिल योजना में जहां अधिकतर स्कूल कम बजट का रोना रोते रहते हैं। वहीं, शिक्षकों के कुशल प्रबंधन से मात्र दो रुपए 29 पैसे प्रति छात्र के बजट में नेरचौक के डडोह स्कूल में बच्चों को काजू-बादाम भी खिलाए जा रहे हैं। इसके अलावा उन्हें किशमिश, गरी, पनीरयुक्त सब्जियां भी दी जा रही हैं। बल्ह ब्लाक के तहत आने वाले प्राइमरी स्कूल डडोह में शिक्षकों ने मिसाल पेश की है। सितंबर 2004...
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आउटसोर्सिग से होगी हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ाई
शिमला। अब सरकारी कॉलेजों में आउटसोर्सिग से पढ़ाई होगी। आउटसोर्सिस के माध्यम से नए पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके लिए निजी कंपनियों का सहयोग लिया जाएगा। निजी कंपनियों की तरफ से इस तरह के आवेदन मिलने के बाद शिक्षा निदेशालय स्तर पर कमेटी गठित की जाएगी, जो इस बारे में अंतिम निर्णय लेगी कि किन कॉलेजों में इस तरह के पाठयक्रम चलाए जा सकते हैं। उच्च शिक्षा निदेशालय ने इसके लिए 31 मार्च...
More »बिहार में बिना भवनों के चल रहे 8208 स्कूल
पटना. बिहार में 8208 प्राथमिक स्कूल बिना भवनों के चल रहे हैं। मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डी पुरंदेश्वरी ने आज लोकसभा में डां रघुवंश प्रसाद सिंह के सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि बिहार में 8208 प्राथमिक स्कूलों के भवन नहीं हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 4496 स्कूल भवनों की पहले ही मंजूरी प्रदान की गयी है लेकिन सामुदायिक या सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने...
More »बस्तर के आदिवासियों को पाच रुपये किलो चना
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य के आदिवासी बहुल बस्तर संभाग में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य दुकानों से गरीबी रेखा श्रेणी के सभी परिवारों को हर महीने प्रति परिवार पाच रुपये में एक किलो देशी चना देने की घोषणा की है। सिंह ने शनिवार को राजधानी रायपुर के नवीन विश्राम भवन सभागृह में आयोजित बस्तर एवं दक्षिण क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में यह...
More »मान्यता आठवीं की, पढ़ाई 12वीं तक, वो भी फर्जी शिक्षकों के जरिए
श्रीमाधोपुर. प्राइवेट स्कूलों पर शिक्षा विभाग के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की छापेमार कार्रवाई में एक प्राइवेट स्कूल का फर्जीवाड़ा कुछ यूं खुला कि अधिकारी हैरान रह गए। एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार बागरियावास के गांव नावलाई स्थित सनराइज शिक्षण संस्थान पहुंचे और रिकॉर्ड की जांच शुरू की तो धीरे-धीरे फर्जीवाड़े की परतें खुलने लगी। स्कूल में आठवीं की मान्यता पर 12वीं तक कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। यहां तक की स्कूल में...
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