खाद्य तेलों के गिरते घरेलू उत्पादन और स्थानीय मांग को पूरा करने के लिए आयात बढ़ने से सरकार इसके आयात पर शुल्क लगाने पर विचार कर रही है। इसका मकसद सस्ते खाद्य तेल के बढ़ते आयात को रोकना और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना है। उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक कृषि सचिव टी नंद कुमार ने आयात के आंकड़े मंगाए हैं, जिससे आयात पर शुल्क लगाने के लिए आधार बन...
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दुधारू पशु खरीदने को किसानों को मिलेगा सस्ता ऋण
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में दुधारू पशु खरीदने के लिए तीन प्रतिशत ब्याज पर एक लाख रुपए ऋण देने का फैसला किया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ में पशुपालन और दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य के किसानों को दुधारू पशु खरीदने के लिए सिर्फ तीन प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा। उन्हें इसके लिए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों द्वारा प्राथमिक कृषि...
More »खाद्यान उत्पादन 1.1 करोड़ टन कम होगा: पीएमईएसी
नई दिल्ली : देश में मानसून के कमजोर रहने और काफी बड़े इलाके में सूखे की स्थिति बनने से चालू वित्त वर्ष के दौरान खाद्यान्न उत्पादन में 1.1 करोड़ टन की कमी हो सकती है। यह अनुमान प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद यानी पीएमईएसी ने लगाया है। परिषद ने कहा है कि देश के आधे हिस्से में सूखे की वजह से कृषि और इससे जुड़े सेक्टर के उत्पादन में दो...
More »कृषि सुरक्षा पर देवभूमि की सतर्क पहल
देहरादून। अगले पांच वर्ष में राज्य में कृषि विकास दर को चार प्रतिशत करने का लक्ष्य है। मैदानी व पहाड़ी क्षेत्रों के खेतों की उर्वर क्षमता में आ रही गिरावट के कारण लक्ष्य हासिल करने को बागवानी व पशुपालन पर अधिक भरोसा जताया जा रहा है। मिश्रित खेती के साथ ही दलहन व तिलहन पर ज्यादा जोर रहेगा। कृषि विकास के पंचवर्षीय राज्य स्तरीय प्लान का होमवर्क पूरा हो गया...
More »चावल की कई किस्में गायब
रायपुर. बारिश की कमी के कारण राज्य के ज्यादतर किसान पिछले कुछ सालों से लंबी अवधि के धान नहीं लगा रहे। इसके कारण ‘धान का कटोरा’ कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में स्थानीय विशेषता वाली चावल की किस्में धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही हैं। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन का असर इंसान और पशु-पक्षियों के अलावा फसलों पर भी नजर आने लगा है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण राज्य के...
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