जलवायु परिवर्तन अब एक आम चर्चा का विषय बन गया है। इस मसले पर बने संयुक्त राष्ट्र के अन्तर-सरकारी पैनल पांचवीं मूल्यांकन रिपोर्ट में पूरे विस्तार से यह बताया गया है कि किस तरह यह मानवीय क्रियाकलापों का ही नतीजा है। भारत में भी पिछले 100 वर्षों में पृथ्वी की सतह का तापमान लगभग 0.80 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। किसी क्षेत्र में यह तापमान ज्यादा बढ़ा है, तो किसी में...
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Kadvi Hawa Movie Review: किसान आत्महत्या और जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दों की कहानी है फिल्म
नील माधब पांडा की फिल्म कड़वी हवा 24 नवंबर को सिनेमाघरं में रिलीज हो रही है। फिल्म में रणवीर शौरी और संजय मिश्रा की दमदार परफॉर्मेंस है। यह फिल्म सामाजिक मुद्दों पर बनाई गई है इसलिए आपको इसमें मनोरंजन वाले मसाले देखने को नहीं मिलेंगे बल्कि फिल्म देखते समय आपको सच्चाई का वो आईना दिखाई देगा, जिससे जाने-अनजाने हम जी चुराते हैं। फिल्म की कहानी दो बड़े मुद्दों जलवायु में...
More »आंगनबाड़ियों में नहीं मिल रहा दोपहर का भोजन, कागजों में चल रही योजनाएं
रवि श्रीवास्तव, राजगढ़। जिले में पोषाहार, स्नेह सरोकार, ममता अभियान सहित सांझा चूल्हा आदि योजनाओं के जरिए कुपोषण भगाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। लेकिन कुपोषण बधाों का पीछा नहीं छोड़ रहा। महिला बाल विकास विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 2 हजार 820 बच्चे अतिकुपोषित एवं 26 हजार 35 बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। दोनों श्रेणियों को मिला दें तो कुल 28 हजार 855 में से 15 हजार...
More »सरकार किसानों को पहली बार देगी ऐसी सौगात, बढ़ेगा उत्पादन
रायपुर। छत्तीसगढ़ में फसलों की बेहतर पैदावार हो, किसानों को अच्छा मुनाफा हो, खेती में राज्य तरक्की करे, इसके मद्देनजर बीज विकास निगम खरीफ की फसल यानी जून-जुलाई 2018 तक किसानों को लिक्विड (तरल) बॉयो फर्टिलाइजर (उर्वरक) उपलब्ध करवाने जा रहा है। अभनपुर के छोटे उरला क्षेत्र में लगे बायो फर्टिलाइजर पाउडर प्लांट को लिक्विड प्लांट में तब्दील किया जा रहा है। बहुत जल्द लिक्विड बॉयो फर्टिलाइजर की टेस्टिंग होगी। छत्तीसगढ़...
More »न राजनीति सुधरेगी, न पुलिस --- विभूति नारायण राय
भारतीय पुलिस सेवा में तीन दशकों से अधिक के अपने सफर के दौरान मुझे जिस बात से सबसे अधिक आश्चर्य होता था, वह थी भारतीय जनता के मन मे पुलिस सुधारों को लेकर पसरी हुई उदासीनता। यह देखकर मन उदास हो जाता था कि जिस संस्था से औसत भारतीय नागरिक का सबसे अधिक वास्ता पड़ता है, उसे बेहतर बनाने के लिए किसी तरह का कोई आंदोलन नहीं होता। अधिक से...
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