रायपुर। छत्तीसगढ़ में कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने श्रमिक बहुल सात नए क्षेत्रों में औषधालय खोलने का फैसला किया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि मेहनतकश मजदूरों को बेहतर और नि:शुल्क इलाज की सुविधा देने के लिए छत्तीसगढ़ में सात नए श्रमिक बहुल क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है। इन क्षेत्रों में रायपुर जिले के बैकुण्ठ-तिल्दा, भाटापारा, बलौदाबाजार और मंदिरहसौद, धमतरी जिले का धमतरी, दुर्ग जिले का नगर निगम क्षेत्र...
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सीईओ समेत 10 लोगों पर आरोप पत्र दाखिल
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के चिमनी हादसे में बालको के मुख्य कार्याधिकारी समेत 10 लोगों के खिलाफ श्रम न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। यह आरोप पत्र छत्तीसगढ़ औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग दायर किया है। विभाग के उपसंचालक मनीष श्रीवास्तव ने रविवार को यहां बताया कि चिमनी हादसा मामले में कारखाना अधिनियम 1948 की धारा 105 के तहत बालको सीईओ गुंजन गुप्ता, प्रोजेक्ट मैनेजर...
More »पोस्को ने घोषित किया श्रमिकों को आर्थिक पैकेज
भुवनेश्वर। विभिन्न स्तर पर विरोध का शिकार तथा जमीन अधिग्रहण के साथ अन्य कई विंवादों के चलते अधर में लटके पोस्को द्वारा श्रमिकों के लिए पहली बार पोस्को कंपनी द्वारा अर्थनैतिक पैकेज तैयार किया गया है। प्रस्तावित पोस्को इलाके में स्थित पान की खेती में लिप्त किसानों के लिए पोस्को द्वारा प्रस्तावित इस्पात कारखाना इलाके में विस्तृत पान की खेती है, जिसमें लगभग 1 हजार भूमिहीन श्रमिक मजदूरों के तौर पर काम कर रहे है। संपृक्त...
More »चंबा में नहीं थम रहा बाल श्रम
चंबा : प्रशासन व विभाग के नाक तले पनप रही बाल मजदूरी थमने का नाम नहीं ले रही है। दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित समाचार के पश्चात जिला विभाग हरकत में तो आया लेकिन औपचारिकता से आगे नहीं बढ़ पाया।जहां सरकार शिक्षा, स्वस्थ्य व बाल सुरक्षा हेतु कई योजनाएं एवं कानून बना रही हैं। वहीं हकीकत में ये सभी योजनाएं दायरों तक सीमित हो कर रह गई हैं। जहां बच्चों के हाथों किताबें होनी चाहिए वहीं...
More »हौसले के हथौड़े से टूटे पहाड़
कोडरमा। झरखी-विशनपुर गांव के लोगों ने हौसले के हथौड़े से पहाड़ों का सीना चाक कर अपना रास्ता बना लिया। जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने जब फरियाद नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने स्वयं सड़क बनाने का बीड़ा उठाया और उनके अदम्य साहस के आगे जंगल-पहाड़ सभी नतमस्तक हो गए। दुर्गम पहाड़ों-जंगलों के बीच से झरखी से जरगा तक करीब सात किलोमीटर लंबी सड़क का 70 प्रतिशत काम चार महीनों में पूरा कर लिया है। करीब पांच किमी...
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