हिंदी पट्टी ने ब्रिटिश उपनिवेश काल में अनेक मुसीबतें झेलीं। इनकी दो मुसीबतें अत्यंत महत्वपूर्ण रही हैं, जिन्होंने मिलकर हिंदी क्षेत्र का वर्तमान रचा है। एक तो 1857 का विद्रोह, दूसरा गिरमिटिया विस्थापन, जिसे प्रवास, उत्प्रवास कुछ भी कहा जा सकता है। भोजपुरी के प्रसिद्ध नाटककार भिखारी ठाकुर ने इसे बिदेसिया हो जाना भी कहा है। 19वीं सदी में दास प्रथा की समाप्ति के बाद दुनिया में आक्रामक रूप से...
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झारखंड : नौकरी के लिए 514 युवकों को नक्सली बता सरेंडर कराने का मामला..
रांची : दिग्दर्शन कोचिंग सेंटर की आड़ में पैसे लेकर युवकों को फर्जी तरीके से नक्सली बता कर सरेंडर कराने और फिर उन्हें नौकरी दिलाने के मामले में शामिल किसी भी पुलिस अधिकारी की संलिप्तता की जांच किये बिना ही केस को बंद कर दिया गया है. सिटी एसपी ने की थी अनुशंसा : सिटी एसपी अमन कुमार की अनुशंसा पर केस के अनुसंधानक लोअर बाजार थाने के प्रभारी सुमन...
More »पाठक संख्या की मीनारें-- विनय जायसवाल
भारतीय पाठक सर्वेक्षण के ताजा आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। दरअसल, पिछले कुछ वर्षों से लगातार ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि टेलीविजन के बाद आॅनलाइन मीडिया और अब सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव की वजह से अखबारों की पाठक संख्या में तेजी से गिरावट आएगी, लेकिन इस सर्वेक्षण से साफ है कि भारत में अखबारों की बिक्री लगातार बढ़ रही है। 2014 में अखबार के पाठकों की संख्या...
More »हाईकोर्ट ने पूछा, 14 वर्ष की सजा पूरी कर चुके कैदी कैसे होंगे रिहा
बिलासपुर। हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा प्राप्त ऐसे बंदी जिन्हें 14 वर्ष की सजा काटने के बाद भी रिहा नहीं किए जाने के खिलाफ पेश याचिका में सरकार से पूछा है कि ऐसे बंदी कैसे रिहा होंगे। कोर्ट ने मामले को सुनवाई के लिए 4 सप्ताह बाद रखा है। अधिवक्ता अमरनाथ पांडेय ने उम्रकैद की सजा प्राप्त बंदियों के 14 वर्ष से भी अधिक समय तक जेल में बंद रहने के...
More »मात्तृत्व बनाम सफलता की सीड़ियां-- विशेष गुप्ता
आजकल आइटी क्षेत्र से जुड़ी कुछ खास कंपनियों में महिला कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर काफी जोर है। आंकड़े भी बताते हैं कि भारत में ऐसी कंपनियों में कार्यरत महिलाओं की संख्या एक तिहाई को पार कर गई है। आज तमाम आइटी कंपनियों में महिला कर्मी पुरुष कर्मियों के मुकाबले अपनी बेहतर कार्यक्षमता के साथ आगे आई हैं। ‘इंडिया इंक' का रुझान भी आजकल इन कारोबारी कंपनियों में ज्यादा से...
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