वनाधिकार कानून की यात्रा साल 2006 के बाद से आज दिन तक किस मुकाम तक पहुंची है- इसका जायजा लेने के लिए देश भर से कुछ समूह दिल्ली में जुटे थे। वनाधिकार कानून को अक्सर ऐतिहासिक करार दिया जाता है क्योंकि इस कानून वनक्षेत्र और उसके आस-पास रहने वाले समुदायों और व्यक्तियों को भूस्वामित्व का हकदार बनाया, इस हकदारी को अवैध करार देने वाले सदियों पुराने चलन का खात्मा किया।...
More »SEARCH RESULT
अब बांस हो गया है घास, बिना इजाजत कट सकेंगे बांस
भोपाल. केंद्र सरकार ने बांस को लकड़ी की श्रेणी से अलग करते हुए घास मान लिया है। अब बांस काटने और उसके परिवहन की मंजूरी नहीं लेना पड़ेगी। प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र के 17 जिलों में बांस की पैदावार बहुतायत होती है। वहां इसकी ढुलाई की अनुमति लेना अनिवार्य थी। वनस्पति शास्त्रियों के मुताबिक बांस घास का ही एक रूप है, लेकिन उसकी उपयोगिता देखकर वन विभाग उसे टिंबर के...
More »तेंदूपत्ता के मजदूरों की रकम से मॉल में दुकान
जागरण ब्यूरो, जबलपुर,। मॉल संस्कृति का जादू वन विभाग के सिर चढ़कर बोल रहा है। मध्य प्रदेश लघु वनोपज संघ की गाढ़ी कमाई वन विभाग ने मॉल में लुटा दी। संजीवनी केन्द्र के निर्माण के लिए मिली राशि से साऊथ एवेन्यू मॉल में दुकान खोल ली गई। भवन निर्माण के लिए 18 लाख रुपये का स्वीकृत हुए थे। मॉल संस्कृति के प्रभाव में वन विभाग अधिकारियों ने आम जन की सुविधा को...
More »जनश्री बीमा, चार हजार से अधिक को भुगतान
रायपुर। छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले परिवारों के मुखियाओं के लिए लागू जनश्री बीमा के तहत चार हजार से ज्यादा संग्राहकों को लगभग नौ करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से जुड़े वनवासी परिवारों के मुखिया के लिए लागू जनश्री बीमा योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2010..11 में अब तक चार हजार 123 संग्राहकों को आठ करोड़...
More »लंदन में प्रदेश के वन उत्पादों की सराहना
भोपाल। वन मंत्री सरताज सिंह ने बताया कि लन्दन के ओलम्पिया हाल में आयोजित नेचुरल एण्ड आर्गेनिक प्रोडक्ट्स-यूरोप 2010 प्रदर्शनी में रखे गये मध्यप्रदेश के हर्बल एवं वन उत्पादों तथा कच्चे माल को काफी सराहा गया है। प्रदर्शनी में आये अनेकों आगन्तुकों ने इन उत्पादों के लाभ में ग्रामीणों को भागीदार बनाने की मध्यप्रदेश की पहल के प्रति प्रसन्नता भी व्यक्त की। लन्दन से गत रात्रि भोपाल वापस आने के बाद वन मंत्री श्री...
More »