गृहनगर लक्ष्मणगढ़.संघर्ष, मुकाम और प्रेरणा। 60 साल की हरप्यारी देवी की जिंदगी में यही है। नौ साल की उम्र में विवाह हुआ और तीन महीने बाद ही पति का देहांत हो गया। तमाम कठिनाइयों के बावजूद हरप्यारी देवी ने हार नहीं मानी। मजबूत इरादों के साथ चुनौतियों को स्वीकार किया और उस जमाने की परिस्थितियों में पढ़ाई शुरू की। इन्होंने हिंदी कोविद परीक्षा पास करने में सफलता हासिल कर ली। इसके बाद...
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टूटती सांसों के बीच करती है जूतों की मरम्मत
बांदा, गणतंत्र दिवस के 62वें सालगिरह पर देश भर में जहां जश्न और खुशियों का माहौल है, वहीं देश के कई हिस्सों में अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी के लिए जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है, तब जाकर मुश्किल से कहीं उनका पेट भरता है। एक ऐसी ही बुजुर्ग महिला चंद्रकली (85) है जो पिछले 40 साल से मोची का काम कर अपना गुजर बसर कर...
More »अफ्रीकी देश अपनाएंगे हमारी देसी तकनीक
सीकर. फसल को दीमक से बचाने की हमारी तकनीक अफ्रीकी देश अपनाएंगे। यह खास इसलिए भी है कि यह तकनीक दांता गांव की महिला कृषक ने इजाद की है। जिस पर भारत में सर्वे होने के साथ ही अफ्रीका, फ्रेंच व अंग्रेजी में पुस्तक प्रकाशित कर अपने किसानों को इस तकनीक से वाकिफ करवा रहा है। करीब पांच साल पहले दांता कस्बे की महिला किसान भगवतीदेवी ने अपने खेत पर दीमक...
More »भीख मांग कर कराई 600 लड़कियों की शादी
लखनऊ, 28 नवंबर(आईएएनएस)। पेट भरने के लिए सड़कों पर भीख मांगने वाले भिखारी तो हर कहीं देखने को मिल जाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में एक ऐसे भिखारी हैं जो भीख मांगकर जुटाए गए पैसों से निर्धन, गरीब और बेसहारा लड़कियों की शादी कराकर उनकी जिंदगी खुशहाल बना रहे हैं। सोनभद्र जिले के निवासी रमाशंकर कुशवाहा (58) रामगढ़ कस्बे में स्थित शवि मंदिर के महंत हैं। पूरे इलाके में ये 'भिखारी बाबा' के...
More »खाद-बीज के लिए हाहाकार
रबी सीजन शुरू होते ही हर साल की तरह इस सत्र में भी खाद-बीज के लिए हाहाकार मचने लगा है। खाद-बीज के उपलब्धता के शासन व प्रशासन के दावे बेकार साबित हो रहे हैं। पंचायत चुनाव और उसके बाद दीवाली की छुट्टियों के नाते सभी सहकारी समितियों और कृषि विभाग के गोदामों पर अभी खाद-बीज पहुंचा नहीं। जो पहुंचा वह कब और कहां बंट गया किसी को पता नहीं। हमारे गगहा...
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