क्विंट हिंदी, 03 अगस्त चावल वैश्विक खाद्य आपूर्ति (global food supply) के लिए अगली चुनौती के रूप में उभर सकता है, क्योंकि भारत के कुछ हिस्सों में बारिश की कमी देखने को मिली है, साथ ही देश में पिछले तीन सालों में धान की खेती का बुआई क्षेत्र सबसे कम हो गया है. भारत के चावल उत्पादन (rice production) के लिए खतरा ऐसे समय में आया है, जब देश खाने की...
More »SEARCH RESULT
भारत की खाद्य चिंताएं बढ़ीं, अनियमित मॉनसूनी बारिशों से धान की रोपाई 13% पिछड़ी
दिप्रिन्ट, 30 जुलाई कृषि मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अनियमित मॉनसूनी बारिशों ने खरीफ की मुख्य फसल धान की रोपाई को बुरी तरह प्रभावित किया है. धान रोपाई का क्षेत्र, जिसे पूरे देश में उगाया और खाया जाता है, पिछले साल के मुक़ाबले 13 प्रतिशत कम हो गया है. भारत दुनिया में चीन के बाद चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और शीर्ष निर्यातक है, जिसकी चावल...
More »गोबर के बाद अब गोमूत्र भी खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार, हरेली तिहार होगी शुरूआत
गाँव कनेक्शन,26 जुलाई गोबर खरीदने के बाद अब छत्तीसगढ़ सरकार गोमूत्र भी खरीदेगी, 28 जुलाई को छत्तीसगढ़ में मनाए जाने वाले हरेली तिहार के दिन इसकी शुरूआत की जाएगी और इसी दिन से गोमूत्र की खरीदारी भी शुरू की जाएगी। छत्तीसगढ़ में गोमूत्र का इस्तेमाल अब इको फ्रेंडली खाद के तौर पर इस्तेमाल करने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत किसानों से इसकी खरीद की जाएगी। इसके जरिए किसानों...
More »जनता की जेब पर सरकार का डाका, आटा-चावल समेत डेयरी प्रोडक्ट्स पर होगी 5% टैक्स की वसूली!
गाँव सवेरा, 18 जुलाई जनता की जेब पर सरकार का डाका, आटा-चावल समेत डेयरी प्रोडक्ट्स पर होगी 5% टैक्स की वसूली! आज से जीएसटी की नई दरें लागू हो गई हैं. पिछले महीने चंडीगढ़ में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में जीएसटी दरें बढ़ाने का फैसला लिया गया था जिसके चलते हर रोज प्रयोग में आने वाले खाद्य पदार्थ मंहगे हो गए हैं. खाद्य पदार्थों की बढ़ी हुई कीमतें आज से लागू...
More »खबरदार
खास बात • गंगोत्री ग्लेशियर सालाना ३० मीटर की गति से सिकुड़ रहा है।* • अगर समुद्रतल की ऊंचाई एक मीटर बढ़ती है तो भारत में ७० लाख लोग विस्थापित होंगे।* • पिछले बीस सालों में ग्रीनहाऊस गैसों के उत्सर्जन में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी जिवाश्म ईंधन के दहन से हुई है।* • मानवीय क्रियाकलापों के कारण ग्लोबल ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में लगातार बढोत्तरी हो रही है। अगर औद्योगीकरण के पहले के समय से तुलना करें तो मानवीय क्रियाकलापों...
More »