तेलंगाना को देश में सबसे ज्यादा मीट खाने वाला राज्य बताया गया है। एक सर्वे के मुताबिक वहां पर 99 प्रतिशत लोग मीट खाते हैं। यह सर्वे ‘रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया' द्वारा करवाया गया था। इसमें 15 साल और उससे ऊपर के लोगों को शामिल किया गया था। इसमें से 98.8 प्रतिशत पुरुष और 98.6 प्रतिशत महिलाएं मांसाहारी निकलीं। तेलंगाना के बाद पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और केरल का नंबर...
More »SEARCH RESULT
गहराया जलसंकट, कुएं का गंदा पानी छानकर पी रहे ग्रामीण
कालीसिंध। ग्राम पंचायत लालाखेड़ी कुल्मी में ग्रामीण गंभीर जलसंकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीण कुएं की तलहटी में जमा गंदा पानी भर कर उसे कपड़े से छानकर उपयोग कर रहे हैं। कुएं में पानी एकत्र होने का इंतजार करना पड़ता है सो अलग। पंचायत भवन के पीछे लगे हैंडपंप पर भी पानी के लिए लाइन में लग कर तैसे जुसे पानी की जुगाड़ कर रहे हैं। ग्राम के बालचंद्र ने बताया...
More »शाकाहारी गुजरात का हर पांच में से दो निवासी खाता है नॉनवेज
अहमदाबाद। गुजरात के बारे में अब तक ये धारणा थी कि यहां के अधिकतर लोग शाकाहारी हैं, लेकिन जो आंकड़े निकलकर सामने आए हैं उसके अनुसार गुजरात के हर पांच में से दो लोग मांसाहारी हैं। सिंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस) से लिए गए आंकड़े पर 2014 में जो सर्वे प्रकाशित किए गए थे, उसे जारी करते हुए रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (आरजीआई) ने कहा कि गुजरात की 61.80 फीसद आबादी...
More »नीलगाय मुद्दे पर आमने-सामने आए मोदी सरकार के दो ताकतवर मंत्री
जदयू ने नीलगायों को मारने के मामले में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी पर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाते हुए इसकी आलोचना की और बिहार के किसानों के हित में इस पशु को मारे जाने के कदम का समर्थन किया। जदयू प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने कहा, मेनका गांधी नीलगायों को मारने के मामले में अनावश्यक विवाद पैदा कर रही हैं। अगर...
More »'प्रभु' से सवाल - 'जननी' की सेवा में 'जनक' को क्यों भूल गए...?
रेलवे से एक ख़बर आई है - अब 'जननी सेवा' के तहत चुनिंदा ट्रेनों और स्टेशनों पर बच्चों के लिए दूध, गर्म पानी, बेबी फूड वगैरह उपलब्ध कराया जाएगा... इस ख़बर को इस संदर्भ में देखा जा रहा है कि इससे छोटे बच्चों को साथ लेकर चलने वालों के लिए ट्रेन का सफर आसान हो जाएगा... ख़बर अच्छी है भी, लेकिन मेरे नज़रिये से 'प्रभु' के इस तोहफे में थोड़े-से...
More »