कोलकाता [जागरण ब्यूरो]। भारत-बांग्लादेश ने सुंदर वन को ग्लोबल वार्मिग के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए मिलकर मुहिम शुरू की है। इसके तहत दोनों देश संरक्षण संबंधी उपायों पर चर्चा व विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। इस बाबत एक संयुक्त मंच इसी साल सितंबर तक अस्तित्व में आ जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने इस बाबत बांग्लादेश के पर्यावरण मंत्री डॉ. हसन महमूद से बातचीत की है। रमेश ने कहा कि...
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अभावों की कोख से जन्मा वैज्ञानिक
पूर्णिया [विनय कुमार अजय]। साइकिल मरम्मत की दुकान चलाने वाले खुद्दार पिता के इस होनहार बेटे की उपलब्धि पर आज पूर्णिया ही नहीं पूरा बिहार गर्व कर रहा है। मुफलिसी की आग में तप कर कुंदन बने विवेक ने न सिर्फ आईआईटी में बाजी मारी बल्कि अब उसका चयन मुंबई के भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर [बार्क] में रिसर्च के लिए हुआ है। इस सेंटर में चयनित पूरे देश के कुल 17 छात्रों में से...
More »..तब हर घर में बनेगी बिजली
कानपुर। अब हाइड्रोजन से कार ही नहीं चलेगी, बिजली बनेगी। लोग घर में अपने जरूरत के मुताबिक बिजली का उत्पादन कर सकेंगे। भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर मे तेजी से काम चल रहा है। एक पेंसिल बल्ब जलाने में सफलता मिल गयी। 2015 तक पांच किलोवाट उत्पादन क्षमता का पावर हाउस सिस्टम विकसित कर लिया जायेगा। बढ़ती ग्लोबलवार्मिग और घटते पेट्रोलियम व कोयले के भंडार को देखते हुए हाइड्रोजन को भविष्य के ईधन रूप में...
More »आईआईटी ने तैयार किया तीस साल का वर्षा रिकार्ड
रुड़की। दिसंबर खत्म होने को है। हल चलाकर किसान धरती के सीने में सुनहरे भविष्य की आशाएं संजोए गेहूं और दूसरी फसलों के बीज बो चुके हैं। धरा के गर्भ में पड़ा नन्हा बीज अंकुरित होकर जन्म लेने को आतुर है, लेकिन इंद्रदेव का दिल पसीजने को तैयार नहीं है। कातर निगाहें लगातार आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं, रह-रहकर आकाश पर बादल तो छाते हैं, लेकिन शाम ढलते-ढलते ये भी अनंत गंतव्य का...
More »डुबकी लगाने लायक भी नहीं है गंगा
नई दिल्ली [प्रणय उपाध्याय]। तारने वाली गंगा के पानी के मारक होने पर बहस हो सकती है मगर एक बात तय है कि अब गंगाजल आचमन तो छोड़िए नहाने लायक भी नहीं है। भागीरथी के दामन से प्रदूषण के दाग धोने पर अरबों रुपया बहाने के बावजूद सरकार के तथ्य बताते हैं कि कि गंगोत्री से लेकर डायमंड हार्बर के बीच अधिकतर स्थानों पर गंगा जल से दूर ही रहने में भलाई है। ...
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