पूर्वी दिल्ली के मंडावली क्षेत्र में तीन बहनें मृत पायी गयीं और प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का संकेत है कि उनकी मौत भुखमरी से हुई। इसके बाद दिल्ली सरकार ने मामले में एक मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया। इन तीनों की उम्र दो, चार और आठ साल थी और कल उन्हें दोपहर करीब एक बजे उनकी मां और एक मित्र अस्पताल लेकर आये थे। अस्पताल प्राधिकारियों ने पुलिस...
More »SEARCH RESULT
झारखंड : मिलने थे 11000 विधवाओं को आवास, दो साल में बने मात्र 69
रांची : राज्य के ग्रामीण इलाकों में डॉ भीम राव आंबेडकर आवास योजना के तहत दो साल में एक प्रतिशत विधवाअों को भी आवास नहीं दिया जा सका है. आंकड़ों के मुताबिक, राज्य भर में विधवाओं को इस योजना के तहत 11000 आवास देने थे. पर दो साल में उनके लिए मात्र 69 आवास ही बन सके हैं. इस तरह योजना की प्रगति मात्र 0.62 फीसदी ही...
More »रोजगार और सामाजिक सुरक्षा-- अनुज लुगुन
मई दिवस का सप्ताह श्रमिकों के संघर्ष के इतिहास, उनके अधिकार और भविष्य में उनकी स्थिति के विश्लेषण, बहस और नारेबाजी का सप्ताह बन जाता है. ‘दुनिया के मजदूरों एक हो' के बुलंद नारों के साथ यह धीरे-धीरे अगले मई दिवस तक के लिए गुम हो जाता है. श्रम और उसके मूल्य का संबंध मानव समाज के इतिहास के साथ जुड़ा हुआ है. विभिन्न समय में यह अलग-अलग रूपों...
More »प्रदूषित शहरों की सूची के बाद डब्ल्यूएचओ ने दी यह बड़ी सलाह
नयी दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से प्रदूषण की समस्या पर सक्रियता से ध्यान देने का आह्वान किया और कहा कि हर साल दुनियाभर में घर के अंदर और बाहर के वायु प्रदूषण के कारण होने वाली 70 लाख समयपूर्व मौतों में से 34 प्रतिशत मौतें इस क्षेत्र में होती हैं. संगठन ने यह बात ऐसे समय कही जब उसकी एक रिपोर्ट...
More »साकार होता ग्राम-स्वराज का सपना - नरेंद्र सिंह तोमर
पंचायती राज के आधुनिक इतिहास में 24 अप्रैल 1993 को लागू हुआ 73वां संविधान संशोधन विधेयक मील का पत्थर है। इस विधेयक के पारित होने के लगभग दो दशकों तक यह कछुए की गति से चलता रहा। लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार के गठन के बाद इसमें तेजी आई। राजनीतिक इच्छाशक्ति एवं ईमानदार कोशिश की बदौलत परवान चढ़ी पंचायती राज प्रणाली के माध्यम से ग्राम स्तर पर मौन क्रांति का सूत्रपात...
More »