जबलपुर। पड़ोसी जिलों के खेतों से निकलने वाली राहर, कोदों-कुटकी, चावल और मक्का में किसी तरह का रसायन नहीं है। यह अनाज पूरी तरह से जैविक उत्पाद हैं। कुछ इस तरह की फसलों की पैदावार करने वाले मंडला और डिण्डौरी जिले देश में आर्गेनिक खेती के मामले में अव्वल बने हुए हैं। जिसके चलते प्रदेश सरकार ने इन जिलों को जैविक खेती का हब बनाने का फैसला लिया है। इसके बाद...
More »SEARCH RESULT
देश में 21 फीसदी बढ़ सकता है बासमती चावल का उत्पादन
इस खरीफ सीजन में बासमती चावल का उत्पादन 21 फीसदी बढ़ सकता है। अखिल भारतीय चावल निर्यातक संघ के मुताबिक चालू सीजन में बासमती चावल का उत्पादन बढ़कर 80 लाख टन पहुंच सकता है। पिछले खरीफ सीजन में 66 लाख टन उत्पादन हुआ था। संघ के अनुमान के अनुसार अनियमित बारिश की वजह से देश के किसानों ने गैर बासमती की जगह बासमती की बुआई की है। दरअसल बासमती की...
More »किसान पंजीयन के बाद तय होगा धान खरीद का लक्ष्य
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक हुई अनुकूल बारिश के बीच धान की फसल लहलहा रही है। किसान अच्छी फसल होने की उम्मीद बांधे हुए हैं, लेकिन राज्य में अब तक इस साल की धान खरीद का लक्ष्य तय नहीं हो सका है। वजह यह है कि सरकार ने राज्य में धान उत्पादक किसानों का पंजीयन शुरू किया है, पंजीयन का काम पूरा होने के बाद ही लक्ष्य तय...
More »अल-नीनो का खतरा, एशिया में सूखा तो दक्षिण अमेरिका में भारी बारिश की उम्मीद
प्रशांत महासागर से मिल रहे संकेत को देखते हुए मौसम एजेंसियां अनुमान लगा रही हैं कि एक बार फिर अल नीनो का खतरा पनप रहा है। ऑस्ट्रेलियाई मौसम विभाग के मुताबिक अल-नीनो के असर से एशिया में सूखा और दक्षिण अमेरिका में भारी बारिश की संभावना बन रही है। ऑस्ट्रेलियाई एजेंसी के मुताबिक कम से कम 50 फीसदी अल-नीनो की संभावना है। अल-नीनो का असर सितंबर से दिखने...
More »दलहन-तिलहन का उत्पादन कम होने के आसार, 7 फीसदी घटी धान की बुआई
कृषि विभाग का अनुमान है कि इस साल दालों और तिलहन का उत्पादन घट सकता है। तिलहन में खासकर सोयाबीन की बुआई देर से हुई है जिसके कारण उत्पादकता घट सकती है। कृषि सचिव के मुताबिक अभी भी पिछले साल के मुकाबले बुआई का रकबा कम है। पिछले साल मानसून जल्दी आया और भारी बारिश हुई जिसके चलते किसानों ने रिकॉर्ड बुआई की लेकिन इस साल लेट मानसून बुआई में...
More »