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पंजाब से 91 लाख टन पर पहुंची गेहूं की सरकारी खरीद, हरियाणा में 42 लाख टन के पार

-आउटलुक, चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में पंजाब और हरियाणा से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद जोरों से चल रही है। पंजाब से खरीद बढ़कर जहां 91.44 लाख टन की हो गई है, वहीं हरियाणा से भी 42.80 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है। अन्य राज्यों में मध्य प्रदेश से खरीद बढ़ी है, लेकिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि से खरीद सीमित मात्रा में ही...

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अप्रैल अंत तक चीनी के उत्पादन में आई 20 फीसदी की गिरावट, 35 लाख टन के हुए निर्यात सौदे

-आउटलुक, पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2019-20 के पहले सात महीनों में चीनी के उत्पादन में 19.80 फीसदी की कमी आकर कुल 258.01 लाख टन का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस दौरान 321.71 लाख टन का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में अभी तक करीब 35 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हुए हैं, हालांकि पिछले दो महीनों में विश्व बाजार...

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चीन ने वुहान में कोरोना वायरस से मौतों का आधिकारिक आंकड़ा 50 फीसदी बढ़ाया, कहा - ये छूट गए थे

-सत्याग्रह, चीन ने वुहान में कोरोना वायरस से हुई मौतों का आधिकारिक आंकड़ा 50 फीसदी बढ़ा दिया है. बीते दिसंबर में इसी शहर से इस वायरस का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था. 1290 की बढ़ोतरी के साथ यहां कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 3869 हो गई है. इसके साथ ही पूरे चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा भी 39 फीसदी की बढ़त के साथ 4632 हो...

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कोरोना वायरस: भारत में लॉकडाउन प्रदूषण के मोर्चे पर एक वरदान है?

-बीबीसी,  भारत में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन जारी है. सड़कें सूनी पड़ी हैं. कामकाज ठप पड़ा है. और लोग घरों में लॉकडाउन खुलने का इंतज़ार कर रहे हैं. लेकिन इस सबके बीच एक अच्छी ख़बर ये आई है कि लॉकडाउन की वजह से भारत की राजधानी दिल्ली समेत तमाम दूसरे शहरों में वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण में भारी कमी आई है. दिल्ली के वायु प्रदुषण में भारी कमी देखी जा...

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कोरोना संक्रमण : एशिया की सबसे बड़ी मंडी में 50 फीसदी गिरावट, 40 हजार मजदूरों पर संकट

- डाउन टू अर्थ, “यहां कोरोना संक्रमण से क्या बचाव करें ? हम जांच और पूरी सुरक्षा के साथ किसी तरह भी अपने अपने घर लौटना चाहते हैं। यहां काम कुछ बचा नहीं है। न बाहर से सब्जियों के वाहन आ रहे हैं और न ही खरीदार। पहले व्यस्त दिनों में 700 से 800 रुपये तक कमा लिए करते थे, इन दिनों 100-150 रुपये तक मिलना मुश्किल हो गया है।”   करीब...

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