दिप्रिंट, 13 सितम्बर 8 सितंबर को दुनिया के सबसे बड़े चावल निर्यातक देश भारत ने खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी को नियंत्रित करने के लिए निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की. इस कदम का अनुमान पहले से लगाया जा रहा था क्योंकि कम बारिश के कारण कम और देरी से बुवाई से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है. इस साल तेज गर्मी गेहूं की उपज में कमी का कारण बनी, जिस वजह...
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सरकार सूखे की घोषणा करे'- बारिश की कमी से जूझ रहे बिहार से गाँव कनेक्शन की ग्राउंड रिपोर्ट
गाँव कनेक्शन, 29 अगस्त बिहार के भागलपुर जिले के 41 वर्षीय धान के किसान मुकेश मिश्रा अपने दो बीघा [आधा हेक्टेयर] खेत को निराशा से देख रहे हैं। चकरामी गाँव के मिश्रा ने गाँव कनेक्शन को बताया, "इस साल बमुश्किल बारिश हुई है। भूजल का स्तर भी कम है और मेरे जैसे छोटे किसानों के लिए एक ट्यूबवेल बोरिंग का खर्च उठा पाना आसान नहीं।" उन्होंने कहा, "यह महसूस करते हुए...
More »जलवायु परिवर्तन का सामना करने में कौन से जानवर हैं बेहतर, क्या उम्र, आकार और बच्चे भी रखते हैं मायने
डाउन टू अर्थ, 25 अगस्त जलवायु परिवर्तन इस सदी का एक ऐसा खतरा है जिससे चाह कर भी नहीं बचा जा सकता। मौसम से जुड़ी चरम घटनाएं जैसे भारी बारिश, बाढ़, लम्बे समय तक चलने वाला सूखा ऐसी ही घटनाएं हैं जो तापमान में होती वृद्धि के साथ आम होती जा रहीं हैं। अंदेशा है कि आने वाले दशकों में स्थिति बद से बदतर हो सकती है। ऐसे में सबसे बड़ा...
More »बिहार: सुखाड़ के साथ खाद की कमी और कालाबाजारी से जूझ रहे किसान
डाउन टू अर्थ, 24 अगस्त बिहार में लगातार तपिश और कड़ाके की गर्मी से किसान मायूस हैं। मौसम विभाग के अनुसार 17 अगस्त 2022 तक राज्य में केवल 389.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जो कि सामान्य से बहुत कम है। इस समय तक सामान्य तौर पर 657.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस सुखाड़ से नुकसान झेलने के बाद किसान अब यूरिया और खाद की किल्लत से भारी मुसीबतों का सामना कर रहे...
More »झारखंड: बारिश न होने के कारण किसानों ने धान की उम्मीद छोड़ी
डाउन टू अर्थ 23 अगस्त 52 साल के महेंद्र का गांव झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकम प्रखंड में है। उन्होंने डाउन टू अर्थ से कहा, “मेरे गांव बानादाग में पिछली बारिश तो काफी अच्छी हुई थी। 27 जुलाई से पहले ही रोपाई पूरी कर ली थी हमने, लेकिन इस बार बारिश ही नहीं हुई।बिचड़ा डाले हुए 45 दिन हो गए हैं। अब धान रोपने का कोई फायदा नहीं है। क्योंकि...
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