यूपीए के एक दशक के दागदार शासन के बाद हमने शुरुआत की थी, तब से लेकर आज दुनिया की सबसे तेजी से विकास कर रही अर्थव्यवस्थाओं में एक गिने जाने तक, यानी एनडीए-दो के ढाई साल के शासनकाल में भारत की तरक्की की कहानी कई परिवर्तनकारी कदमों के सहारे आगे बढ़ी है। इन कदमों ने न सिर्फ देश की छवि दुनिया भर में निखारी, बल्कि देश के नागरिकों के जीवन-स्तर...
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शिक्षा की मुहिम में नजरंदाज हो जाते हैं दिव्यांग बच्चे-- अलका आर्य
हाल ही में संसद द्वारा दिव्यांगों (विकलांगों) के अधिकारों से जुडे़ जिस विधेयक को पारित किया गया है, उसमें दिव्यांग बच्चों के लिए कुछ खास प्रावधान हैं। अब दिव्यांग बच्चों को छह से 18 साल तक नि:शुल्क शिक्षा मुहैया कराई जाएगी, जबकि मौजूदा प्रावधान में यह आयु सीमा छह से 14 वर्ष है, जो शिक्षा के अधिकार कानून के तहत सभी वर्ग के बच्चों पर लागू होती है। दिव्यांग बच्चों...
More »बुजुर्गों ने कहा- हमें खुले में ही जाने पर मिलता है सुकून
ग्वालियर, नईदुनिया न्यूज। खुले में शौच मुक्त घोषित ग्वालियर के सर्वे के लिए आई क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) टीम ने मंगलवार को ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों का निरीक्षण किया। यहां कुछ स्थानों को छोड़कर अन्य सभी लोगों के घर निजी शौचालय बने मिले। शौचालय होने के बाद भी गांव के कुछ बुजुर्गों ने स्वीकार किया कि वह घर में शौचालय होने के बाद भी खुले में ही शौच के...
More »फसल रखने के काम आ रहे शौचालय
हर सुबह जब एसआर तेजस्वी, उसके साथी और छात्र छत्तीसगढ़ के धमतारी जिले के अम्दी के गवर्नमेंट हायर सेकंड्री स्कूल में एंट्री करते हैं तो अपनी सांस रोक लेते हैं क्योंकि तेजस्वी प्रिंसिपल हैं और इस स्कूल का खेल का मैदान आसपास रहने वाले लोगों के लिए पेशाब करने की जगह बन गया है। इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धमतारी और मुंगेली जिलों के अधिकारियों...
More »बहुत दुश्वारियां हैं बच्चों के स्कूल की राह में-- पंकज चतुर्वेदी
बीते कुछ साल के दौरान आम आदमी शिक्षा के प्रति जागरूक हुआ है, स्कूलों में बच्चों का पंजीकरण बढ़ा है। साथ ही स्कूल में ब्लैक बोर्ड, शौचालय, बिजली, पुस्तकालय जैसे मसलों से लोगों के सरोकार बढ़े हैं। लेकिन जो सबसे गंभीर मसला है कि बच्चे स्कूल तक सुरक्षित कैसे पहुंचें, इस पर न तो सरकारी और न ही सामाजिक स्तर पर कोई विचार हो रहा है। आए दिन देश भर...
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