दिप्रिंट, 18 अगस्त दिल्ली के लाजपत नगर में बम विस्फोट के 24 दिन बाद 14 जून 1996 को नौशाद को गिरफ्तार किया गया था. इस आतंकी घटना में 13 लोगों की मौत हो गई और 38 अन्य घायल हुए थे. चौदह साल बाद अप्रैल 2010 में एक ट्रायल कोर्ट ने उसे मौत की सजा सुनाई थी. नवंबर 2012 में दिल्ली उच्च न्यायालय ने उसकी मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया....
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जल्द पहचान, टीका, साफ-सफाई – भारत के मिल्क कैपिटल में क्यों कम देखे गए लंपी स्किन रोग के मामले
दिप्रिंट ,15 अगस्त गुजरात और राजस्थान में बड़े पैमाने पर फैले लंपी स्किन रोग ने हजारों मवेशियों को अपनी चपेट में ले लिया है. लेकिन फिर भी भारत की दुग्ध उत्पादन की राजधानी कहे जाने वाले और भारत के सबसे बड़े डेयरी ब्रांड ‘अमूल’ के घर आणंद में इसका प्रभाव काफी कम रहा है. गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (गुजरात कोआपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन-जीसीएमएमएफ) – जो भारत का सबसे पुराना और सबसे...
More »पानी और साफ-सफाई
खास बात - भारत में खुले में शौच करने वाले लोगों की संख्या 626 मिलियन है। यह संख्या 18 देशों में खुले में शौच करने वाले लोगों की संयुक्त संख्या से ज्यादा है।# -ग्रामीण इलाकों में केवल २१ फीसदी आबादी के घरों में शौचालय की व्यवस्था है।* -पेयजल आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के हिसाब से कुल १,५०,७३४९ ग्रामीण मानव बस्तियों में से केवल ७४ फीसदी में पूरी तरह और १४ फीसदी में...
More »पहले गेहूं, अब चावल- खराब मौसम की मार के कारण इस सीजन में ‘10 मिलियन टन’ तक गिर सकता है उत्पादन
दिप्रिंट , 27 जुलाई अप्रैल-मई में भीषण गर्मी के कारण देश में गेहूं की फसल खराब हो गई थी, जिसकी वजह से निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा और अब मौजूदा खरीफ सीजन की मुख्य फसल चावल की बुवाई कई राज्यों में कम बारिश के कारण प्रभावित हुई है. उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे प्रमुख चावल उत्पादक राज्यों में इस मानसून के मौसम में अब तक कम बारिश हुई है, जबकि असम...
More »खबरदार
खास बात • गंगोत्री ग्लेशियर सालाना ३० मीटर की गति से सिकुड़ रहा है।* • अगर समुद्रतल की ऊंचाई एक मीटर बढ़ती है तो भारत में ७० लाख लोग विस्थापित होंगे।* • पिछले बीस सालों में ग्रीनहाऊस गैसों के उत्सर्जन में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी जिवाश्म ईंधन के दहन से हुई है।* • मानवीय क्रियाकलापों के कारण ग्लोबल ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में लगातार बढोत्तरी हो रही है। अगर औद्योगीकरण के पहले के समय से तुलना करें तो मानवीय क्रियाकलापों...
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