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काले धन की मरीचिका में हम - विजय संघवी

हमारा देश एक मरीचिका का पीछा कर रहा है, जिसका नाम है विदेशों में जमा काला धन। अगर काले धन का शगूफा बार-बार छेड़ा जाता है तो उसका कारण यह है कि इससे राजनेताओं को दूसरे मामलों से देशवासियों का ध्यान भटकाने का मौका मिल जाता है, अफसरों को देश में मौजूद काली संपदा को नजरअंदाज करने की सुविधा मिल जाती है, न्यायपालिका को सरकार को फटकार लगाने का अवसर...

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गांव की छात्राओं को नहीं मिली सुविधा

मनिका : प्रखंड मुख्यालय में अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए 100 शैय्या वाला छात्रवास प्रशासन की उदासीनता के कारण पांच वर्षो से अधर में लटका है. लगभग एक करोड़ की लागत से बाबू जगजीवन राम अनुसूचित जाति बालिका छात्रवास का निर्माण एनआरइपी के माध्यम से यहां होना है. विभाग के कर्मियों ने छात्रवास निर्माण का काम मनिका की एक महिला समूह को दे दिया है. विभाग की ओर से भवन...

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कोर्ट की फटकार कितनी असरदार? - राजीव सचान

पिछले दिनों काले धन के सवाल पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से केंद्र सरकार को कड़ी फटकार लगाने के चलते देश को यह संदेश गया, मानो पिछली सरकार की तरह नई सरकार भी इस मसले पर ढिलाई बरत रही है। लेकिन अब स्थिति यह है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में काम कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) और सरकार का स्वर एक ही है। दोनों ही कह रहे हैं...

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'नक्सल उन्मूलन के नाम पर पुलिस कर रही फर्जी मुठभेड़'

जगदलपुर(ब्यूरो)। नक्सलियों ने बस्तर में नक्सल उन्मूलन अभियान को मिल रही सफलता को नक्सलियों ने फर्जी करार दिया है। नक्सली नेता गणेश उईके ने मीडिया को जारी बयान में नक्सल विरोधी अभियान की एकतरफा रिपोर्टिंग के लिए मीडिया की भी आलोचना की है। दक्षिण बस्तर रीजनल कमेटी सीपीआई माओवादी(प्रतिबंधित) के सचिव गणेश उईके ने जारी बयान में कहा है कि फासिस्ट मोदी सरकार जनता को विकास का सब्जबाग दिखाकर क्रांतिकारी आंदोलन...

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पुलिस सुधार का नजरिया -विकास नारायण राय

हर वर्ष पुलिस स्मृति दिवस (इक्कीस अक्तूबर) पर विभिन्न पुलिसबलों के सैकड़ों शहीद याद किए जाते हैं। एक ओर कर्तव्य-वेदी पर प्राणों की आहुति की वार्षिक रस्म-अदायगी देश की तमाम पुलिस यूनिटों में हो रही होती है और दूसरी ओर पुलिस की छवि को लेकर भारतीय समाज में मिश्रित कुंठाएं भी ज्यों की त्यों बनी रहती हैं। पुलिस की पेशेवर क्षमता को लेकर जन-मानस में धारणा रही है, बेशक अतिरेकी,...

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