नई दिल्ली महिलाओं की आबरू पुलिस की हिरासत या फिर जेल में भी सुरक्षित नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस चौंकाने वाले तथ्य को उजागर करते हुए माना है कि न केवल पुलिस हिरासत बल्कि चौबीस घंटे पहरेदारी में रहने वाली जेल में भी महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2006 -07 मंे जेल में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के दो मामले प्रकाश...
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महंगा हुआ बच्चों का बस्ता
रांची [सुनील कुमार झा]। महंगाई की मार से बच्चों का बस्ता भी नहीं बच पाया। गत वर्ष की तुलना में किताबों की कीमत में एक दो नहीं बल्कि दस से पंद्रह फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कागज व डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोत्तरी का असर किताबों की कीमत पर भी पड़ा है। रीएडमिशन, डेवलपमेंट फंड, बिल्डिंग फंड समेत कई तरह के अतिरिक्त शुल्क से पहले से ही परेशान अभिभावकों की किताब-कापी की बढ़ी...
More »महाजनी प्रथा के खिलाफ महिलाओ का अनोखा बैंक
रांची। कल तक बेरोजगारी का दंश झेल रही कमला देवी आज एक दुकान चलाकर न केवल अपने बच्चों को पालन-पोषण रही हैं बल्कि उन्हें अच्छी शिक्षा देने के सपने भी देख रही है। इसी तरह बालो देवी भी एक अंडा दुकान चला रही हैं। यह कहानी झारखंड की सिर्फ दो महिलाओं की नहीं है बल्कि ऐसी कई महिलाएं और समूह है जो 'इथिका वित्त अभिक्रम' नामक बैंक के सहारे सुविधा संपन्न जीवन के सपने...
More »मौत व कलंक के भय पर सेवा भारी
रांची [नीरज अंबष्ठ]। एड्स! जिसकी परिणति कलंक व निश्चित मौत। पूरे परिवार को बर्बाद कर देने वाली बीमारी। जाने-अनजाने में जिसे हो जाए, उसके अपने ही उससे दूर भागने लगते हैं। कहीं छूने-सटने से उसे भी.। बेघर तक किए जाते हैं। लेकिन एड्स पीड़ितों की सेवा और उनके लिए कुछ करने की उमंग को क्या कहेंगे? सिस्टर प्रमिला कुजूर को न तो मौत से डर है, और न ही कलंक से। एड्स पीड़ितों की सेवा की...
More »ग्रीनहंट को बंदकर वार्ता करे केंद्र सरकार : दीपांकर
जामताड़ा, मिहिजाम। चित्तारंजन स्टेशन रोड के एक लाज में गुरुवार से शुरू हुए भाकपा के तीन दिवसीय केन्द्रीय समिति की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि किसानों के हित मेंराष्ट्रीय स्तर पर अखिल भारतीय किसान संगठन का गठन किया जाएगा। ग्रीनहंट को बंद करने के लिए केंद्र सरकार से मांग की गई। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार महंगाई का जो आंकड़ा पेश कर रही है। दरअसल, वह कागजी है।...
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