हमारे आसपास ऐसी कई चीजें हैं जो दिखती नहीं हैं, लेकिन वे हानि पहुंचाती हैं. कुछ दिन पहले खबर आयी कि दुनिया के शीर्ष 20 सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में 13 क्षेत्र भारत में हैं. यह बेहद चिंताजनक है. इन्हीं चिंताओं को ध्यान में रख कर अहमदाबाद की एक तिकड़ी ने ओइजॉम नामक स्टार्टअप बनाया है, जो एयर क्वालिटी इंडिया एप्प की मदद से सामाजिक हित की दिशा में पूरी तरह...
More »SEARCH RESULT
भारत की अर्थव्यवस्था बनी रहेगी सबसे तेज, तार्किक है सात-आठ फीसदी की विकास दर : जेटली
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि सात से आठ प्रतिशत की विकास दर हासिल करना तार्किक आधार पर विश्वसनीय दिखाई देता है. इसके साथ ही जीएसटी के मसले उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी जटिल अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था को सरल व्यवस्था में बदलेगा. साथ ही जीएसटी कर चोरी...
More »दुनिया के नक्शे पर भुखमरी की बढ़ती आशंकाएं-- भारत डोगरा
संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम ने चेतावनी दी है कि विश्व के चार अलग-अलग हिस्सों में अकाल के कारण अगले छह महीनों में दो करोड़ लोगों की भूख से मौत हो सकती है। यह चार अति संवदेनशील क्षेत्र हैं- यमन, पूर्वोत्तर नाइजीरिया, दक्षिणी सूडान और पूर्वी अफ्रीका के कुछ भाग। विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख अर्थशास्त्री आरिफ हुसैन ने कहा है कि पिछले 15 वर्ष में पहली बार ऐसी...
More »निष्पक्ष चुनाव का भरोसा न हो खंडित--- एसवाई कुरैशी
ईवीएम विवाद एक बार फिर गरम हो उठा है। साल 1982 से जब से ईवीएम का इस्तेमाल शुरू हुआ है, तब से इस पर विवादों की छींटे पड़ते रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने बार-बार यह साफ किया है कि यह व्यवस्था सुरक्षित और चाक-चौबंद है। ईवीएम का निर्माण इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (परमाणु ऊर्जा विभाग का एक उद्यम) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (रक्षा विभाग के अधीन) करते हैं, और...
More »शिक्षा से सामाजिक सद्भाव-- जगमोहन सिंह राजपूत
यह हर राष्ट्र का पहला कर्तव्य है कि वह अपना भविष्य संवारने के लिए वर्तमान का लगातार वस्तुनिष्ठ विश्लेषण और तदनुरूप तैयारी करता रहे। लोकतंत्र में सर्वमान्य नीतियों का निर्माण बहुधा कठिन हो जाता है। फिर भी जब राष्ट्र की सुरक्षा खतरे में होती है तो सब मतभेद भुला दिए जाते हैं, उसी प्रकार भविष्य की पीढ़ी को सुचारु रूप से तैयार करने में भी राष्ट्रीय योजनाएं सभी की सहमति...
More »