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सुविधाओं से लैस होगी सांसद आदर्श ग्राम योजना- अंजनी कुमार सिंह

नयी दिल्ली : लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्म दिवस 11 अक्तूबर को पीएम मोदी सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाइ) की शुरुआत करने जा रहे हैं. योजना के तहत लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों को एक गांव गोद लेनी होगा. उस गांव का विकास करना होगा. सांसद अपने पति या पत्नी के गांव को गोद नहीं ले सकते हैं. मोदी ने अपने लाल किला के भाषण में ही इसकी घोषणा की...

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मद्रास कोर्ट ने लड़कियों की विवाह की आयु बढाने का प्रस्ताव दिया

मदुरै : मद्रास उच्च न्यायालय ने लड़कियों के लिए विवाह की कानूनी आयु को 18 साल से बढ़ाने का आज प्रस्ताव किया. अदालत ने यह प्रस्ताव उन घटनाओं पर रोक लगाने के एक समाधान के रुप में दिया जिसमें युवा आयु में विवाह करने वाली सैकडों लड़कियां कुछ वर्ष बाद अपने पति से अलग हो जाती हैं. न्यायमूर्ति मणिकुमार और न्यायमूर्ति वी एस रवि की खंडपीठ ने कहा, पुरुष के लिए...

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सूरत में 26 एचआईवी पॉजिटिव बच्चों के चलते सरकारी स्कूल हुआ खाली

सूरत। एक तरफ जहां एचआईवी पॉजिटिव बच्चों को शिक्षा देने के लिए नई गाइडलाइन जारी की जा रही हैं, अभियान चलाए जा रहे हैं, वहीं गुजरात के एक सरकारी स्कूल से चौंकाने वाली खबर आई है। यहां के एक स्कूल में 26 एचआईवी पीड़ित बच्चों की पहचान हुई है, जिसके चलते बाकी बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया है। इन बच्चों की संख्या तकरीबन 225 बताई जा रही है। सूरत जिले के...

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27 वर्षो से नहीं हुई शिक्षकों की नियुक्ति

रांची: राज्य में संस्कृत की पढ़ाई दम तोड़ रही है. राज्य गठन के बाद राज्य में एक भी संस्कृत विद्यालय नहीं खोले गये. जो विद्यालय पहले से थे, वे भी खस्ता हालत में हैं. विद्यालय की खराब स्थिति का असर विद्यार्थियों की संख्या पर भी पड़ा है. राज्य में संस्कृत पढ़नेवाले विद्यार्थियों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. मध्यमा (संस्कृत) से परीक्षा में शामिल होनेवाले विद्यार्थियों की संख्या दो...

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आदिम युग जैसी सुविधाएं, कहीं स्टोर रूम तो कहीं पेड़ के नीचे लगती है क्लास

अजमेर/जयपुर. राज्य में सरकारी स्कूलों पर खर्च बढ़ता जा रहा है, लेकिन स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा की गुणवत्ता में कोई बदलाव नहीं हो रहा है। पांचवीं और आठवीं कक्षा वाले स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए कुर्सी टेबल नहीं हैं। शिक्षकों को भी कुर्सी बमुश्किल ही मिलती है। पेड़े के नीचे, बरामदे या ऊबड़-खाबड़ जमीन पर ही बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जाता है। 5 हजार स्कूलों में टॉयलट...

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