SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1984

ढाई लाख प्राथमिक स्कूलों में अलग-अलग शौंचालय नहीं

देश के 1.61 लाख स्कूलों में शौंचालय बंद पड़े हैं जबकि करीब ढाई लाख स्कूलों ऐसे हैं जिनमें या तो लड़कों के लिए अलग शौंचालय नहीं हैं या फिर लड़कियों के लिए। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इन स्कूलों में शौंचालयों के निर्माण के लिए सभी से सहयोग की अपील की है। इसलिए उसने मंत्रालय की वेबसाइट पर ऐसे स्कूलों का न सिर्फ ब्यौरा डाल दिया है बल्कि यदि कोई...

More »

सामाजिक न्याय का तंग दायरा- जितेंद्र कुमार

जनसत्ता 29 सितंबर, 2014: अगस्त 1990 में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू करके तब के प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने जिस सामाजिक न्याय का ताना-बाना बुना था, उसके बिखरने में बस चंद वर्ष लगे थे। सबसे पहले उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह जनता दल को तोड़ कर अलग हो गए और मंडल के सबसे अधिक प्रभाव वाले क्षेत्र बिहार में उसके दो प्रतापी नेताओं लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार...

More »

धमतरी के बासमती की खुशबू से महकेगा अब पूरा छत्तीसगढ़

राममिलन साहू, धमतरी। बासमती की खेती अब तक सिर्फ पंजाब व हरियाणा प्रदेश की माटी में खुशबू बिखरेती आ रही है। अब छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के कुरूद ब्लाक में पहली बार 30 एकड़ खेतों में बासमती पुसा सुगंध प्रजाति की फसलें लहलहा रही हैं। बासमती की खेती को कुरूद में सफलता मिली, तो इसे पूरे छत्तीसगढ़ में लागू किया जाएगा। यह पहल कृषि विभाग की आत्मा योजना के द्वारा...

More »

जिले में चल रहा उधार का मिड डे मील

जमशेदपुर: जिले के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलने वाले ‘मिड डे मील' पर ब्रेक लग सकता है. क्योंकि फंड के अभाव में जैसे तैसे उधार लेकर स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. वर्तमान वित्तीय वर्ष के छह महीने बीतने को हैं, लेकिन सरकार की ओर से मात्र एक महीने का फंड मिला है. जिले में मिड डे मील का करीब सात करोड़...

More »

क्या गरीबी कभी खत्म हो सकती है?- लार्ड मेघनाद देसाई

लॉर्ड मेघनाद देसाई भारतीय मूल के ब्रिटिश अर्थशास्त्री और लेबर पार्टी से जुड़े राजनीतिज्ञ हैं. वह अर्थशास्त्र के विश्वविख्यात संस्थान, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर रह चुके हैं. उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. उनके 200 से ज्यादा लेख अकादमिक जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं. वह कई भारतीय व ब्रिटिश अखबारों के लिए नियमित स्तंभ लिखते हैं. 5 सितंबर 2014 को उन्होंने पटना स्थित एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) में...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close