डाउन टू अर्थ, 20 जून एक नए अध्ययन के अनुसार, लोगों ने जमीन से भारी मात्रा में पानी को निकाल कर इसे कहीं और ले जाकर छोड़ दिया है, इसके कारण पृथ्वी 1993 से 2010 के बीच लगभग 80 सेंटीमीटर या 31.5 इंच पूर्व की ओर झुक गई है। जलवायु मॉडल के आधार पर, वैज्ञानिकों ने पहले अनुमान लगाया था कि लोगों ने 2,150 गीगाटन भूजल निकाल लिया था, जो कि 1993...
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ठाणे में बढ़ते शहरीकरण के साथ बढ़ा बाढ़ का खतरा, 2050 तक 56 फीसदी बढ़ जाएगा शहरी जंगल
डाउन टू अर्थ, 20 जून ठाणे में बढ़ता शहरीकरण अपने साथ नई समस्याएं भी साथ ला रहा है। इस बारे में मुंबई के वीरमाता जीजाबाई प्रौद्योगिकी संस्थान से जुड़े शोधकर्ताओं द्वारा किए नए अध्ययन से पता चला है कि ठाणे में बढ़ते शहरी जंगल और मौसम की चरम घटनाओं के चलते बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है। अध्ययन के नतीजे जर्नल ऑफ इंटीग्रेटेड डिजास्टर रिस्क मैनेजमेंट में प्रकाशित हुए हैं। शोधकर्ताओं के...
More »नई रिपोर्ट में वैश्विक तापमान बढ़ने की आशंका, भारत में लू बनेगी घातक
मोंगाबे हिंदी, 19 जून संयुक्त राष्ट्र की एक हालिया रिपोर्ट ने आशंका जताई है कि अगले पांच साल अब तक के सबसे गर्म हो सकते हैं। इस दौरान वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर सकती है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने ये अपडेट जारी किया है। इसमें अल-नीनो के असर पर भी चर्चा की गई है। अपडेट में कहा गया है कि गर्मी बढ़ाने वाली...
More »जलवायु हॉटस्पॉट : समुद्री अतिक्रमण और तटों का कटाव गंजम के गांवों को गायब कर रहा है
इंडियास्पेंड, 16 जून ई. कमामा अपने पति और दो बच्चों के साथ सो रही थीं, जब अक्टूबर 2019 की एक रात लगभग 2.30 बजे एक तेज लहर उनके घर के सामने की दीवार और दरवाजे को बहा ले गई। कमामा और उनके पति ने करीब सात साल पहले ओडिशा के गंजम जिले के चिकिती ब्लॉक के राम्यापट्टनम गांव में एक छोटा सा घर बनाया था। उन्होंने इसके लिए बड़ी मेहनत से 5...
More »बिपरजॉय के खतरे झेल रहे भारत और पाकिस्तान को जलवायु तबाही से निपटने के लिए हर हाल में मिलजुल कर काम करना चाहिए
द थर्ड पोल, 14 जून भारत में गुजरात और पाकिस्तान में सिंध, दोनों जगहों पर, इस समय, वहां के आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इसकी वजह है, चक्रवात बिपरजॉय। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को, वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। अलर्ट जारी है। चक्रवात बिपरजॉय को देखते हुए आश्रयों को चिह्नित किया जा रहा है। दरअसल, जलवायु परिवर्तन के लिहाज़ से...
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