नई दिल्ली। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने बुधवार को तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग को यमुना किनारे विश्व संस्कृति महोत्सव के आयोजन की इजाजत दे दी। हालांकि, एनजीटी ने आयोजन की हरी झंडी देने के साथ ही आर्ट ऑफ लिविंग पर पांच करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है। यह जुर्माना अंतरिम है और अगर बाढ़ क्षेत्र को मूल स्थिति में लाने के लिए...
More »SEARCH RESULT
प्रदूषण का प्रवाह
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने गंगा में प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों पर एक बार फिर नकेल कसने की कोशिश की है। हरिद्वार से कानपुर के बीच स्थित उन तमाम उद्योगों को कारण बताओ नोटिस भेजा है, जिनका प्रदूषित पानी और रासायनिक कचरा सीधे गंगा में आकर मिलता है। एनजीटी ने औद्योगिक इकाइयों से पूछा है कि उन्होंने प्रदूषण रोकने के लिए क्या उपाय किए हैं। क्यों न प्रदूषण नियंत्रण...
More »मानकों से चार गुना अधिक दर्ज हुआ प्रदूषण का स्तर
नई दिल्ली। राजधानी में सम-विषम फॉर्मूला लागू होने के बाद भी सोमवार को प्रदूषण का स्तर निर्धारित मानकों से करीब चार गुना अधिक दर्ज हुआ। यह दिवाली के दूसरे दिन (12 नवंबर, 2015 को) दर्ज प्रदूषण से भी ज्यादा था। हैरान करने वाली बात तो यह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सिविल लाइंस स्थित आवास भी सोमवार को हानिकारक तत्व बेंजीन व नाइट्रोजन डाइऑक्साइड की चपेट में नजर आया। दिल्ली...
More »प्रदूषण भीतरी दिल्ली में कम, बाहरी में ज्यादा
दिल्ली की सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। ऑड-ईवेन योजना का असर शहर की सड़कों पर साफ दिख रहा है। कारों की संख्या बेहद कम दिखी लेकिन इस योजना का वैसा असर प्रदूषण के आंकड़ों पर नहीं दिख रहा। शहर के विभिन्न स्थानों पर शनिवार को हवा में प्रदूषण की मात्रा सामान्य से ढाई गुना तक अधिक पायी गयी। खासकर सीमावर्ती इलाकों में प्रदूषण में ज्यादा कमी नहीं दिख रही। सूबे...
More »दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब, सम विषय व्यवस्था उचित: सीएसई
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट ने शुक्रवार को कहा कि साल 2015 के अंतिम दो महीने में दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई थी। सम विषय व्यवस्था जैसे आपात कदमों को उचित ठहराते हुए जहरीले तत्वों के उत्सर्जन को कम करने की पहल करने पर जोर दिया। सीएसई ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की सतत निगरानी वाले वायु की गुणवत्ता संबंधी आधिकारिक आंकड़ों के विश्लेषण का परिणाम...
More »