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कोरोना वायरस संकट : भारत में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 200 पार, अफवाह फैलाने वाले चार लोग गिरफ्तार

-सत्याग्रह, कोरोना वायरस को लेकर गलत जानकारी फैलाने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन्हें किश्तवाड़, कानपुर, नरसिंहपुर और वाराणसी से गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक मंत्र के इलाज से कोरोना वायरस का दावा कर रहा था. उधर, बेंगलुरु में अपने बेटे के स्पेन से आने की बात छिपाने वाले रेलवे के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है. उसका बेटा बाद में...

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तेल अचानक इतना सस्ता क्यों हो गया है?

-सत्याग्रह, बीते करीब एक हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है. 10 मार्च को अचानक ब्रेंट क्रूड ऑयल 30 फीसदी की गिरावट के साथ 31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. बीते जनवरी माह में यह आंकड़ा 66 डॉलर प्रति बैरल के आसपास था. पिछले 29 सालों में तेल के दाम में आई यह सबसे बड़ी गिरावट है. खाड़ी युद्ध के दौरान 1991 में...

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कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 110 हुआ, प्रधानमंत्री की सार्क देशों के नेताओं के साथ बैठक

-सत्याग्रह कोरोना वायरस के मरीजों वाले राज्यों में अब उत्तराखंड भी शामिल हो गया है. यहां हाल ही में स्पेन से लौटा भारतीय विदेश सेवा का एक अधिकारी इसकी चपेट में आया है. उधर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में दो और मामलों की पुष्टि के साथ भारत में इस कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 110 हो गई है. दिल्ली और कर्नाटक में इससे दो मौतें हो चुकी हैं. दिल्ली में...

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क्या देश की सेहत के लिए जरूरी नये कीटनाशक कानून को पास करने की फुर्सत इस बार हमारी संसद को है?

-सत्याग्रह यवतमाल के धारवा में रहने वाले 35 साल के महेश पुरुषोत्तम गिरी को 2017 में हुई किसानों की मौतें आज भी दहला देती हैं. तब इस इलाके में कीटनाशक छिड़कने के काम में लगे 21 किसानों और खेतिहर मज़दूरों की मौत हो गई थी और एक हज़ार से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती करने पड़े थे. महाराष्ट्र सरकार की ओर से बनाई गई स्पेशल जांच टीम ने जब पूरे मामले की...

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हमें खाली-पीली 'हैप्पी विमंस डे' या महिला दिवस की बधाई सुनना अच्छा नहीं लगता

-सत्याग्रह, प्रसव का दर्द और मातृत्व का सुख तब भी था जब भाषाएं और सभ्यताएं भी विकसित नहीं हुई थीं. यानी मातृत्व का इतिहास दुनिया की किसी भी सभ्यता के इतिहास से भी पुराना है. समय-समय पर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में स्त्रीवादी लेखिकाओं ने मातृत्व के बारे में अपने विचार रखे हैं. लेकिन अपने भारतीय समाज में तमाम स्त्रीवादी आंदोलनों, विचार-विमर्श, चर्चा और लेखन के बाद भी एक बड़ी हद...

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