पत्रिका, 25 अगस्त अनियमित, अनियंत्रित व असंतुलित रसायन व कीटनाशक बिगाड़ रहे मिट्टी की सेहत मंदसौर.जिले में रासायनिक खाद और कीटनाशक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। यह मिट्टी की सेहत को बिगाड़ रहे है। अनियमित, अनियंत्रित व असंतुलित रुप से इनका उपयोग मिट्टी की सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है। इसी कारण पौषक तत्वों में कमी आ रही है। अभी से ही इस पर ध्यान देने के साथ प्रबंधन...
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जैविक खेती की वजह से श्रीलंका में आयी है आर्थिक अस्थिरता; अफवाह है या फिर हकीकत समझना होगा
गांव कनेक्शन, 25 अगस्त वही जैविक व प्राकृतिक खेती के समर्थको में चिंता का विषय पनप गया। साथ ही उक्त दोनों श्रेणियों के बीच उन लोगों में भय का वातावरण बन रहा है। जो भविष्य में अपना करियर जैविक खेती में बनाने वाले है। अर्न्तराष्ट्रीय मुद्दे पर वर्तमान में की जा रही टिप्पणियों के पीछे की रणनीति की जानकारी तो नहीं है, लेकिन इस वैज्ञानिक युग में प्रर्याप्त सुचनाएं (सारगर्भित) होते...
More »गरीबी और असमानता
[inside] इंडिया में आर्थिक असमानता: “अरबपति राज” में ब्रिटिश राज से भी ज्यादा है असमानता - रिपोर्ट [/inside] इंडिया के भौगोलिक आकार और जनसंख्या, जो अब दुनिया में सबसे अधिक है, को देखते हुए इंडिया में आर्थिक विकास का वितरण विश्व की आर्थिक असमानता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। इसलिए इंडिया में आय और संपत्ति की असमानता को सटीक रूप से मापना अत्यधिक आवश्यक है। हाल ही में वर्ल्ड इनइक्वलिटी डाटाबेस ने...
More »झारखंड: बारिश न होने के कारण किसानों ने धान की उम्मीद छोड़ी
डाउन टू अर्थ 23 अगस्त 52 साल के महेंद्र का गांव झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकम प्रखंड में है। उन्होंने डाउन टू अर्थ से कहा, “मेरे गांव बानादाग में पिछली बारिश तो काफी अच्छी हुई थी। 27 जुलाई से पहले ही रोपाई पूरी कर ली थी हमने, लेकिन इस बार बारिश ही नहीं हुई।बिचड़ा डाले हुए 45 दिन हो गए हैं। अब धान रोपने का कोई फायदा नहीं है। क्योंकि...
More »शहरों में सस्ते मजदूर बनाने वाले त्रुटिपूर्ण अर्थशास्त्र से इतर खेतीबाड़ी के पुनर्निर्माण और भविष्य के विकास का रास्ता
गांव सवेरा, 13 अगस्त देश को पेट भरने के लिए दूसरों की दयादृष्टि पर निर्भरता वाली हालत से उबारकर, अतिरिक्त खाद्यान्न भंडारों वाली स्थिति में पहुंचाने के लिए भारतीय किसान द्वारा निभाई महत्वपूर्ण भूमिका से कृषि क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे चमकदार सितारा बनकर उभरा है। चाहे हम इस उपलब्धि को सार्वजनिक रूप में मानें या नहीं, लेकिन एक गतिशील कृषि ने देश में आर्थिक विकास की सुदृढ़ नींव रखी है। आज...
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