SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 133

अब गुग्गल की खुशबू से महकेंगे चंबल के बीहड़

मुरैनाः चंबल के बीहड़ों में अब बंदूकों की आवाज की जगह औषधीय पौधे ‘गुग्गल’ की सुगंध महकेगी. चंबल की करीब 100 हेक्टेयर जमीन पर वन विभाग यहां के निवासियों के साथ मिलकर गुग्गल की खेती करने जा रहा है. एक सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गुग्गल के लिए चंबल के बीहड़ की जमीन बेहद अनुकूल है. वन विभाग के अनुसार इस योजना के पहले चरण में यहां करीब एक...

More »

जनाना अस्पताल में फंगस लगी ग्लूकोज

जयपुर। चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल के लाइफलाइन स्टोर में सोमवार को ग्लूकोज की दो बोतलों में फंगस पाया गया। इसके बाद दो कंपनियों का सारा स्टॉक जब्त कर लिया गया। इनके खिलाफ कार्रवाई तय करने के लिए मंगलवार को लाइफलाइन स्टोर परचेज कमेटी की बैठक होगी। गौरतलब है कि जोधपुर में संक्रमित ग्लूकोज चढ़ने से 29 प्रसूताओं की मौत हो गई थी। अस्पताल के लाइफलाइन स्टोर के कर्मचारी को सोमवार सुबह दवाओं...

More »

केंद्रीय लेबोरेट्री में जांच ग्लूकोज में मिला संक्रमण

जोधपुर/जयपुर जोधपुर में प्रसूताओं की मौत को लेकर मचे हंगामे के बीच कोलकाता की केंद्रीय जांच लेबोरेट्री में भेजी गई दवाइयों में इंजेक्शन रिंगर लेक्टेट सॉल्यूशन बैच नंबर ओडी-0077 का नमूना अमानक घोषित हुआ है। यह इंजेक्शन बैक्टीरियल एंडोटोक्सिसंस एवं स्टेरिलिटी टेस्ट में फेल हो गया। जांच के लिए भेजे गए तीन आईवी फ्ल्यूड्स की जांच रिपोर्ट लंबे इंतजार के बाद सोमवार को राज्य सरकार को मिल गई। प्रसूताओं की...

More »

डूंगरपूर : ड्रग इंस्पेक्टर ने छापे में 1 लाख की प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की

डूंगरपुर.जोधपुर में ग्लूकोज तथा पाली में इंजेक्शन के संक्रमण से 12 प्रसूताओं की मौत के बाद प्रतिबंधित दवाइयां डूंगरपुर में बिकती पाई गई। उदयपुर से पहुंचे चिकित्सा विभाग के दल ने दो मेडिकल स्टोर पर दबिश देकर एक लाख मूल्य की ग्लूकोज की बोतलें जब्त की है। जोधपुर व पाली की घटनाओं और दवाइयों की जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने निर्माता कंपनी पेरेंटल के उत्पादों...

More »

गंदा है, पर धंधा है- विमलेश मिश्र

विमलेश मिश्र, जमशेदपुर : ये दूसरों की गंदगी साफ करते, मगर खुद नारकीय जीवन जी रहे हैं। गंदगी साफ करते-करते चर्म, टीबी व कुष्ठ जैसे असाध्य रोग इन्हें घेर लेते हैं। अनुसूचित जाति के हैं, मगर सुविधा कुछ को ही। पहले सफाई के लिए सरकार या कंपनी से नौकरी मिल जाती थी, अब ठेकेदार से मिलने वाली मजदूरी पर जीवन टिका है। संसद ने कानून बना सिर पर मैला ढोने...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close