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फरार रहते कर्मी, स्वीपर चढ़ाता स्लाइन

सीतामढ़ी । जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था एक अलग ढर्रे पर जा पहुंची है। चिकित्सक अस्पताल छोड़ निजी क्लिनिक में व्यस्त रहते हैं। कहीं नर्स मरीजों का इलाज कर रही है, तो कही लैब टेक्निशीयन। रविवार को सदर अस्पताल में ऐसा ही अजीबोगरीब दृश्य दिखा। यहां डायरिया से पीड़ित एक बच्चे को अस्पताल का स्वीपर छोटन राम पानी चढ़ा रहा था। कैमरे में कैद तस्वीर सदर अस्पताल की व्यवस्था को कटघरे...

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रेणु के डागडर बाबू की दिख रही झलक

पूर्णिया [कुंदन]। कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु की कालजयी रचना मैला आंचल के किरदार डागडर बाबू की झलक मोहनपुर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में दिख रही है। एक दशक से एक चिकित्सक के लिए तरस रहे मोहनपुर के लोगों के लिए वे धरती के भगवान बन सेवा कर रहे हैं। दरअसल इस स्वास्थ्य केंद्र में सेवामुक्त हो चुके सिविल सर्जन डा. बीके सिंह मरीजों को नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं। उनकी नि:स्वार्थ...

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विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें

जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...

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पांच सौ रुपया तनख्वाह में बीस वर्षो से कार्य कर रही हैं दाईयां

पिथौरागढ़। सुविधाओं से वंचित ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने वाली दाईयों के हाल बद से बदत्तर हैं। सरकारें अपने कर्मचारियों को छठा वेतनमान दे रही है वहीं इन दाईयों को मात्र चार सौ रुपये प्रतिमाह खैरात के रुप में दिये जाते हैं। सौ रुपया स्थानीय अस्पताल से मिलता है। पांच सौ रुपयों के लिये दाईयों को माह में दो तीन बार ब्लाक मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। जिसमें मिलने वाली धनराशि का...

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25 साल बाद यह कैसा इंसाफ!

नई दिल्ली [विष्णु गुप्त]। महत्वपूर्ण यह नहीं है कि भोपाल गैस काड के आठ अभियुक्तों को न्यायालय ने दोषी ठहराया है, उन्हें दो-दो साल की सजा सुनाई है या अब भोपाल गैस काड के पीड़ितों को न्याय मिल ही गया। अहम यह है कि भोपाल गैस काड के अभियुक्तों को दंडित करने में 25 साल का समय क्यों और कैसे लगा? न्याय की इतनी बड़ी सुस्ती और कछुआ चाल। क्या गैस...

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