एक बार नोबेल पुरस्कार विजेता वीएस नायपाल बता रहे थे कि वे भारत में पहली बार 1961 में दिवाली की रात मुंबई पहुंचे। हवाई अड्डे से होटल के रास्ते में उन्हें यह देख कर निराशा हुई कि यहां ज्यादातर घरों के बाहर मोमबत्तियां सजी थीं। उनके देश त्रिनिदाद एवं टुबैगो में दिवाली पर अब भी मिट्टी के दीए जलाने की रिवाज है। नायपाल ठीक ही कह रहे थे। मोमबत्ती जला...
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कालाधन : भारत के साथ ‘सहयोग' को तैयार है HSBC का पूर्वकर्मी
नयी दिल्ली: एचएसबीसी में कालाधन रखने वालों की सूची जारी करने वाले व्हिसलब्लोअर हर्व फल्सियानी ने आज दावा किया कि भारत से लाखों करोडों का गैरकानूनी या कालाधन बाहर भेजा जा रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि वह कालेधन की जांच के मामले में भारतीय जांच एजेंसियों से ‘सहयोग' को तैयार है, बशर्ते उन्हें संरक्षण दिया जाए. फल्सियानी पर स्विट्जरलैंड में एचएसबीसी की जिनेवा शाखा के खाताधारकों की सूचनाएं लीक...
More »'अब भी करोड़ों का कालाधन जाता है देश के बाहर'
नयी दिल्ली : एचएसबीसी में कालाधन रखने वालों का भांडाफोड करने वाले बैंक के पूर्व कर्मी हर्व फल्सियानी ने कहा कि भारतीय अधिकारियों के पास कालेधन पर काफी ऐसी सूचनाएं पड़ी हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि वह कालेधन की जांच के मामले में भारतीय जांच एजेंसियों के साथ ‘सहयोग' को तैयार है, बशर्ते उन्हें संरक्षण दिया जाए. फल्सियानी ने यह भी दावा किया...
More »बिहार: ADR की रिपोर्ट में दावा, दोगुनी हुई सत्ता दल के 160 विधायकों की प्रॉपर्टी
पटना. सत्ता और प्रॉपर्टी का रिश्ता होता है? कम से कम बिहार के विधायकों के मामले में एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) और बिहार इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट तो यही कहती है। दोनों संस्थाओं ने मंगलवार को 160 विधायकों की प्रॉपर्टी को कंपयेर किया जो 2010 का चुनाव तो जीते ही थे, इस बार भी मैदान में हैं। क्या कहती है रिपोर्ट रिपोर्ट गवाह है कि जदयू के 52 विधायकों की प्रॉपर्टी...
More »ताकि न आए 'नि:शब्द' होने की नौबत - गिरजाशंकर
प्रदेश के किसान अभी जिस बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं, उन्हें उस हाल में पहुंचाने के लिये सूखा ही जिम्मेदार नहीं। इसमें सरकारी तंत्र की नाकामियों की भी बड़ी भूमिका है। यह तथ्य हाल ही में उच्चाधिकारियों के गांव दौरे के उस अनुभव से जाहिर होता है, जिससे स्वयं मुख्यमंत्री रूबरू हुए। किसान इतने परेशान हैं कि लगभग हर दिन प्रदेश के किसी न किसी इलाके से किसानों...
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