बेतिया [कार्यालय प्रतिनिधि]। जिले में वर्षो से बंद हो गए गांधी के चरखे फिर से जीवंत हो गए हैं, जिससे ग्रामीण भारत का सपना साकार होने की उम्मीद जगी है। बेरोजगार हुए कातिनों, बुनकरों और कारीगरों के चेहरे की रौनकता लौटने लगी है। खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र और सचिव रामरंजन लाल कर्ण ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने हिम्मत जुटाकर सूत कताई आरंभ कराई है। इस क्रम में दस रेशमी और दस...
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किसानों व कारपोरेट सेक्टर का गठजोड़ जरूरी
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने गांवों के विकास के लिए किसानों और कारपोरेट सेक्टर के गठजोड़ पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ही खाद्य प्रसंस्करण और कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना से कंपनियों और किसानों दोनों को लाभ होगा। वह योजना आयोग के एक समारोह में बोल रही थीं। राष्ट्रपति ने कहा कि ग्लोबल मंदी के बावजूद भारत के कम प्रभावित होने की वजह उसकी ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था रही है,...
More »उद्योगों को मिला गांवों में निवेश का न्यौता
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारतीय उद्योग जगत से कहा है कि वह आगे बढ़कर देश के ग्रामीण क्षेत्र में निवेश करे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का तेजी से विकास किया जा सके। ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव बी के सिन्हा ने उद्योगों और कंपनियों का आह्वान किया है कि वे राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून [मनरेगा] और स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना [एसजीएसवाई] में मंत्रालय के साथ सहयोग करें। सीआईआई द्वारा यहां आयोजित ग्रामीण...
More »तीन सियासतों के बीच में फंसा एक बुंदेलखंड
नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में फैला बुंदेलखंड एक क्षेत्र है। पूरा इलाका गरीबी, बेरोजगारी, पलायन, सूखा, अकाल जैसी समस्याओं से भी समान रूप से जूझ रहा है। लेकिन इस क्षेत्र को इन समस्याओं से मुक्ति देने की कोशिश करने के बजाय सियासी सूरमा अपनी-अपनी सियासत चमकाने में लगे हैं। सियासत भी एक तरफा नहीं बल्कि तीन तरफा। यकीन नहीं तो उत्तर प्रदेश के...
More »पेयजल की किल्लत से जूझेंगे हरियाणा व पंजाब
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। हरियाणा व पंजाब के ग्रामीणों को इस गर्मी में पीने के पानी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। केंद्र से उन्हें दरकार तो थी अधिक से अधिक वित्तीय मदद की, लेकिन उन्हें मुट्ठीभर मदद से संतोष करना पड़ेगा। पंजाब में भूजल के लगातार नीचे खिसकने से जहां पहले से लगे नलकूप खराब हो गए हैं, वहीं हरियाणा के ज्यादातर इलाकों में भूजल खारा होने से पीने लायक नहीं है। केंद्रीय...
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