अरविंद पांडेय, नई दिल्ली. देश में फर्जी डिग्री और सर्टिफिकेट के बढ़ते मामलों को देखते हुए मानव संसाधन मंत्रालय ने अब इसे फुलप्रूफ बनाने का फैसला लिया है। इसके तहत फिलहाल जिन उपायों पर विचार किया जा रहा है, उनमें एक उपाय सभी डिग्री और सर्टिफिकेट को आधार नंबर से लिंक करने का है। इसके तहत सभी डिग्री और सर्टिफिकेट पर इस नंबर को दर्ज भी किया जाएगा। साथ ही छात्र...
More »SEARCH RESULT
झुलसी महिलाओं को नयी जिंदगी
एक बार आग से जल जाने या झुलस जाने के बाद अमूमन जिंदगी पहले जैसी नहीं रह जाती है. शरीर का अगला हिस्सा या चेहरा जल जाये तो आत्मविश्वास डोल जाता है. यह हादसा महिलाओं के साथ हो जाये तो होनेवाली पीड़ा की सिर्फ कल्पना ही डरा देनेवाली है. चेन्नई में एक रेस्टोरेंट ऐसा है, जो ऐसी पीड़िताओं को नौकरी दे कर उनमें आत्मविश्वास भरने का काम कर रहा है....
More »छत्तीसगढ़ में हो सकेगी मखाने की खेती, ले पाएंगे दो फसल
रायपुर, संदीप तिवारी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने पहली बार धमतरी के कृषि विज्ञान केन्द्र बोड़रा संबलपुर में मखाने (काला हीरा) की खेती का सफल परीक्षण किया है। इसी के साथ छत्तीसगढ़ मखाने की खेती करने वाला देश का सातवां राज्य बन गया है। यहां के कृषि वैज्ञानिक मखाने की स्वर्ण वैदेही किस्म दरभंगा से लेकर आए थे। खेती के लिए जलवायु अनुकूल होने से रबी और खरीफ दोनों सीजन में...
More »झारखंड में ‘खनन-लॉबी’ के गले में शाह आयोग की घंटी कौन बांधे?-- मुकेश भूषण
‘बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे?' आपने यह कहावत तो सुनी होगी. झारखंड में इसे दूसरे रूप में कहा जा सकता है. ‘खनन-लॉबी के गले में शाह आयोग की घंटी कौन बांधे?' घंटी बांधने का जिम्मा जो लेगा उसकी सांस हमेशा अटकी रहेगी. पता नहीं कब कौन-सा भ्रष्टाचार सामने आ जाए और घंटी बांधने का जिम्मेदार व्यक्ति की जीवनभर की कमाई हजम हो जाए? जो ज्यादा चालाक हैं वे...
More »प्रदूषण के लिए सरकार जिम्मेवार-- डा. भरत झुनझुनवाला
देश के तमाम शहरों में वायु प्रदूषण ने गंभीर रूप धारण कर लिया है. लोग बीमार हो रहे हैं, परंतु सरकार निष्क्रिय है. सरकार के इस कृत्य को समझने के लिए प्रदूषण का गरीब तथा अमीर पर अलग-अलग प्रभाव को समझना होगा. अर्थशास्त्र में दो तरह के माल बताये जाते है- व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक. व्यक्तिगत माल वे हुए, जिन्हें व्यक्ति अपने स्तर पर बाजार से खरीद सकता है जैसे चाय...
More »