नई दिल्ली। सरकार अपने कुल खर्च का एक फीसद से भी कम बच्चों के संरक्षण पर खर्च करती है और देश में 17 करोड़ से ज्यादा बच्चे और किशोर कठिन परिस्थितियों में रहते हैं। यह बात गुरुवार को बाल अधिकार कार्यकर्ताओं ने कही। बाल श्रम विरोधी कार्यकर्ता शांता सिन्हा ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बाल एवं किशोर अधिकारों की रक्षा व उनको बढ़ावा देने की खातिर कानूनी और प्रशासनिक ढांचे...
More »SEARCH RESULT
33 रुपये में तो नेता चाय भी नहीं पी सकेंगे: अन्ना हजारे
फर्रुखाबाद। समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि हमारे देश की गरीबी रेखा का निर्धारण करने वाले नेता अपनी सारी संपत्ति पहले निकाल कर रख दें, इसके बाद वह 33 रुपये में एक दिन परिवार का भरण पोषण कर दिखाएं। उत्तर प्रदेश यात्रा पर निकले अन्ना ने शुक्रवार को यहां कहा कि 33 रुपये में तो नेता एक कप चाय भी नहीं पी सकेंगे, नाश्ते की बात तो दूर है। निरीक्षण...
More »तीन दिन में 1200 बच्चे बीमार: अब मिलेगी आयरन गोली की आधी खुराक
चंडीगढ़. प्रदेश में आयरन की गोलियां खाने से बच्चों के बीमार होने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। तीन दिन में करीब 1200 बच्चे बीमार हो चुके हैं। सरकार इसे गंभीरता से लेने के बजाय अपनी सफाई देने में जुटी है। नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) इस बात को दबी जुबान में स्वीकार कर रहा है कि बच्चों को दवा खिलाने में कहीं न कहीं लापरवाही हो रही है। उधर, स्वास्थ्य विभाग...
More »गंडामन त्रासदी की कड़ियां- अपूर्वानंद
जनसत्ता 25 जुलाई, 2013: मीना कुमारी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है। यानी उन पर छपरा के गंडामन गांव के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले तेईस बच्चों की, जो स्कूल का मध्याह्न भोजन खाने के बाद मारे गए, इरादतन हत्या और उनकी हत्या के लिए आपराधिक षड्यंत्र का आरोप है। वे अभी फरार हैं। आज या कल गिरफ्तार कर...
More »बच्चों पर आफत: कहीं डूबे, तो कहीं गोलियां खाकर पड़े बीमार
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से देश के बच्चों की ग्रह-दशा पर शनि का साया मंडरा रहा है। बीते हफ्ते जहां बिहार के छपरा में मिड डे मील खाकर 23 बच्चे हमेशा के लिए सो गए, तो कहीं आयरन की गोली उनकी बीमारी की वजह बनी, तो आज हिमाचल की घग्गर नदी ने पांच मासूमों को अपने अंदर समा उनके परिजनों को बिलखने पर मजबूर कर दिया है। पढ़ें: मिड-डे मील...
More »