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अब स्‍वामी ने साधा अन्‍ना पर निशाना

चेन्नई. जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने समाजसेवी अन्ना हजारे को कहा है कि उन्हें नेताओं से निबटने के लिए नेताओं को ही साथ लेना चाहिए था। स्वामी ने कहा कि दुर्भाग्य से उनके आस पास गैर-सरकारी संगठन हैं जो फर्जी और बोगस हैं। स्वामी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि गांधीवादी अन्ना हजारे को अपने आंदोलन में नेताओं को भी भागीदार बनाना चाहिए। उन्होंने प्रभावशाली लोकपाल विधेयक के लिये शुरू किये गये...

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अन्‍ना के पास हजारों, शांति भूषण करोड़ों के मालिक

नई दिल्‍ली. लोकपाल विधेयक पर गठित समिति में शामिल अन्ना हजारे व चार अन्य सदस्यों ने समिति की पहली बैठक से पहले अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक कर दिया है। अन्ना हजारे के पास तीन प्लॉट और 68,688 रुपये हैं। समिति के सह अध्यक्ष शांति भूषण 111 करोड़ रुपये और करोड़ों की अचल संपत्ति के मालिक हैं। समिति में वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी (अध्यक्ष), पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण (सह-अध्यक्ष), कानून मंत्री वीरप्पा...

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सतारा में अन्ना के तीन साथियों पर हमला

सतारा (महाराष्ट्र) अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले संगठन भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन के तीन आरटीआई कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने हमला कर दिया। इनमें एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। सतारा मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का गृह जिला है। सहायक पुलिस निरीक्षक शंकरराव दामसे ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता पीटर बर्गे को रविवार को अज्ञात व्यक्ति ने...

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अन्‍ना की मुहिम के खिलाफ अर्जी, हजारे ने सोनिया से मांगा जवाब

नई दिल्ली. लोकपाल बिल पर ड्राफ्टिंग कमिटी की पहली बैठक से पहले उठे सीडी विवाद पर अन्‍ना हजारे ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को आज चिट्ठी लिखी है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि लोकपाल बिल की ड्राफ्टिंग की प्रक्रिया पर पानी फेरने की कोशिश हो रही है। उधर, पिछले दिनों लोकपाल बिल को लेकर सरकार की ओर से जारी अधिसूचना को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देते हुए एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर...

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आंदोलन के बाद उठे सवाल : महेश रंगराजन

भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना हजारे के आंदोलन ने जनता के मन में जगह बना ली और सरकार को लोकपाल विधेयक के संबंध में चुस्ती-फुर्ती दिखानी पड़ी। सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार और उसे नियंत्रित करने के श्रेष्ठ तरीकों के बारे में सक्रिय बहस जारी है। अन्ना के अहिंसक आंदोलन ने युवाओं और आमतौर पर गैरराजनीतिक रुझान रखने वाले मध्यवर्ग को भी प्रभावित किया। यह भी उल्लेखनीय है कि नए विधेयक की प्रक्रियाएं...

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