पटना, जागरण ब्यूरो: 'जैविक बिहार' विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बुधवार को नई हरित क्रान्ति की प्रासंगिकता खाद्य सुरक्षा और समेकित विकास के व्यापक संदर्भो में रेखांकित की गयी। वैज्ञानिकों ने मिट्टी की सेहत और संतुलन में कमी, जीवांश खत्म होते जाने, जमीन का कार्बन हवा में चले जाने और अंधाधुंध रसायनों के प्रयोग से मानव जीवन पर बढ़ रहे खतरे को लेकर गहरी चिन्ता जताई। पर्यावरण एक्टिविस्ट वंदना...
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ज्यादा उपज की चाह में देशी धान की उपेक्षा
हेमगिर: हेमगिर अंचल में पारंपरिक देशी धान की खेती ने पूरे पश्चिम ओड़िशा में किसी जमाने में ख्याति अर्जित की थी। लेकिन वर्तमान इस अंचल में देशी धान की बजाय ज्यादा पैदावार के लिए सरकारी धान का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। जिससे युवराज, सफेरी, कलाजीरा, दुईफूल, सम्लेश्वरी आदि देशी धान की प्रजाति लुप्तप्राय सी होती जा रही है। इस मामले में आश्चर्य की बात यह है कि देशी धान...
More »किसानों को हर संभव मदद देगी सरकारः नीतीश
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि जैविक खेती को अपनाने के लिए राज्य सरकार किसानों हर तरह की सुविधा मुहैय्या करायेगी. यहां के मौर्या होटल में आज से शुरू तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार सरकार ने राज्य में जैविक खेती को काफ़ी महत्ता दी है और पिछले वर्ष से जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए 250 करोड रुपये...
More »22 हजार हेक्टेयर में होगी लघु धान्य फसलों की खेती
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लघु धान्य फसलों की खेती करने का फैसला किया है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यहा बताया कि छत्तीसगढ़ में चालू खरीफ मौसम में 2,200 हेक्टेयर में लघु-धान्य फसलो जैसे रागी, सावा, कोदो और कुटकी की खेती की जाएगी। रागी के लिए पाच-पाच सौ हेक्टेयर और कोदो-कुटकी तथा सावा की खेती के लिए दो-दो सौ हेक्टेयर के कलस्टर...
More »खेती में गांधीवाद से मिल रही दोगुनी उपज
छतरपुर. हाल ही की सर्दियों में पाला और तुषार से बुंदेलखंड के किसानों की फसलें तबाह हो रही थीं, पर गांधी आश्रम के खेतों में लगी दलहनी फसलें दोगुनी उर्वरता के साथ लहलहा रही थीं। पिछले साल भी क्षेत्र में सूखे के बीच इस आश्रम में भरपूर फसल थी। यह चमत्कार है गांधीवादी ढंग से की गई जैविक खेती का, जिसके अध्ययन के लिए देश-विदेश के दर्जनों कृषि विशेषज्ञ, विदेशी शोधार्थी...
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