भोपाल। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (नरेगा ) जो अब महात्मा गाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) के नाम से जानी जाती है। इस योजना का उद्देश्य था कि क्षेत्र के मजदूरों को अपने ही गाव में काम मिले और वे पलायन नहीं कर सकें, लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से काम मशीनों द्वारा करा लिए जाते है, जिससे मजदूरों को काम नहीं मिल पाता। इस कारण गरीब परिवार काम के सिलसिले में...
More »SEARCH RESULT
छुड़ाए गए 11 बाल श्रमिक
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में राज्य शासन ने 11 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है तथा उन्हें काम में लगाने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ में श्रम विभाग के विशेष टास्क फोर्स ने सरगुजा जिले में 11 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। मुक्त कराए गए बच्चे ईट भट्टों, सीमेंट ईट निर्माण इकाई और निजी तालाब गहरीकरण के काम...
More »लड़ाई और विकास के काम चलेंगे साथ: रमन
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों से लड़ाई के साथ साथ भरपूर विकास की रणनीति तैयार की है। क्षेत्र में विकास के लिए राज्य में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है जो बस्तर में अधोसंरचना के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाएगी। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज यहां कुछ संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि नक्सलियों को बस्तर क्षेत्र से खदेड़ने के लिए सुरक्षा बल...
More »जब शौच से उपजे सोना
जब कोई युवा पढ़ाई- लिखाई करके शहरों की ओर भागने की बजाय अपनी शिक्षा और नई सोच का उपयोग अपने गाँव, ज़मीन, अपने खेतों में करने लगे तो बदलाव की एक नई कहानी लिखने लगता है, ऐसे युवा यदि सरकार और संस्थाओं से सहयोग पा जाएं तो निश्चित ही क्रान्तिकारी परिवर्तन ला देते हैं। ऐसी ही एक कहानी है ‘जब शौच से उपजे सोना’ की और कहानी के नायक हैं युवा किसान श्याम मोहन त्यागी...... आर के...
More »नरेगा के जमीनी समीकरण- सामाजिक अंकेक्षण और सरपंच
सुख अकेले टहलते हैं,दुःख झुंड बनाकर रहते हैं।सुख चेहरे से छलकता है,दुःख चेहरे पर जमा रहता है।सुखों के लिए चौराहे होते हैं और दुःखों के लिए वह कोना जहां किसी की गुजर ही नहीं। गुलाबी नगरी जयपुर में गुजरे 15 दिसंबर को स्टेशन से लगते जीपीओ के पास बने शहीद स्मारक के घेरे में आलम कुछ ऐसा ही था। कुल 1 हजार की तादाद में पगड़ियां थीं और उनका रंग मटमैलेपन के बीच पूरी शान...
More »