वेदांत, पोस्को और सिंधुदुर्ग। इन तीनों मामलों में मुद्दा एक ही है-खनन और संसाधन आधारित उद्योग के लिए एक सुविचारित नीति की आवश्यकता। पिछले दिनों सरकार ने उड़ीसा के पिछड़े कालाहांडी जिले में नियमगिरि पहाडिय़ों पर वेदांत को दी गई खनन की अनुमति वापस लेने का फैसला किया। उधर, उड़ीसा में पोस्को लौह अयस्क परियोजना पर गुप्ता समिति ने एक तरह से विभाजित फैसला दिया। इसके अलावा पश्चिमी घाट क्षेत्र...
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पोस्को पर अभी लंबा ग्रहण
इस्पात कंपनी पोस्को की उड़ीसा में लगने वाली 54,000 करोड़ रुपये की परियोजना पर छाए अनिश्चितता के बादल फिलहाल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं। इस परियोजना की जांच के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गठित की गई समिति भी अपने फैसले पर एकमत नहीं है। इसके 4 सदस्यों में 3 ने परियोजना स्थगित करने का सुझाव दिया है, जबकि 1 सदस्य इसे जारी रखने के पक्ष में है। पूर्व पयार्वरण...
More »कॉमनवेल्थ खेल- दिल्ली से मजदूरों की बेदखली का आयोजन
जिस व्यक्ति, संस्था या विभाग ने तैयारियों में थोड़ा सा भी योगदान किया था कॉमनवेल्थ खेलों के उद्धाटन समारोह लंबे भाषणों में सबको याद किया गया। क्या किसी को इन भाषणों में उन हजारों मजदूरों के लिए भी आभार का एक शब्द सुनाई दिया जिनकी मेहनत से यह विश्वस्तरीय आयोजन संभव हो सका। शायद यह अनजाने में होने वाली भूल हो या फिर यह भी हो सकता है कि ऐसा करना जरुरी ना लगा हो। वैसे भी,...
More »भारत में पाकिस्तान-श्रीलंका से ज्यादा कुपोषित
भूख और कुपोषण पर नज़र रखने वाली एक अंतरराष्ट्रीय संस्था की ताज़ा रिपोर्ट में भारत की स्थिति को पाकिस्तान और श्रीलंका से भी बदतर बताया गया है. इस सूची में भारत 67वें नंबर पर है जबकि पड़ोसी पाकिस्तान का नंबर 52वाँ है. श्रीलंका में हालात और बेहतर हैं और उसका नंबर 39वाँ है. अमरीका स्थित इंटरनेशनल फ़ूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट ने 122 विकासशील देशों के आँकड़ों के आधार पर एक भूख सूचकांक...
More »जनश्री बीमा, चार हजार से अधिक को भुगतान
रायपुर। छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले परिवारों के मुखियाओं के लिए लागू जनश्री बीमा के तहत चार हजार से ज्यादा संग्राहकों को लगभग नौ करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से जुड़े वनवासी परिवारों के मुखिया के लिए लागू जनश्री बीमा योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2010..11 में अब तक चार हजार 123 संग्राहकों को आठ करोड़...
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